प्रयागराजः Maha Kumbh की तैयारियां उत्तर प्रदेश में जोरों पर चल रही हैं। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवा विभाग भी मेला क्षेत्र में आधुनिक सुविधाओं से लैस 4 आर्टिकुलेटिंग वाटर टावर (AWT) का इस्तेमाल करेगा। यह जानकारी महाकुंभ के नोडल एवं मुख्य अग्निशमन अधिकारी प्रमोद शर्मा ने गुरुवार को दी। उन्होंने बताया कि टेंट सिटी और बड़े टेंट सेटअप के मद्देनजर मेला क्षेत्र में ये आर्टिकुलेटिंग वाटर टावर लगाए गए हैं। यह वीडियो और थर्मल इमेजिंग सिस्टम समेत कई आधुनिक सुविधाओं से लैस हैं और इनके जरिए मेला क्षेत्र में आग की घटनाओं को रोकने के साथ ही अग्निशमन कर्मियों की जान बचाने में भी मदद मिलेगी। यह जोखिम भरे अग्नि ऑपरेशन को अंजाम देने के साथ ही अग्निशमन कर्मियों की सुरक्षा के लिए कवच का काम कर सकेगा।
Maha Kumbh 2025: कई सुविधाओं से लैस है AWT
मुख्य अग्निशमन अधिकारी ने बताया कि आर्टिकुलेटिंग वाटर टावर (AWT) एक आधुनिक अग्निशमन वाहन है। इसका इस्तेमाल मुख्य रूप से बहुमंजिला और विशेष ऊंचाई वाले टेंट और इमारतों में आग बुझाने के लिए किया जाता है। चार बूम से बना AWT 35 मीटर की ऊंचाई और 30 मीटर की क्षैतिज दूरी तक अग्निशमन अभियान चला सकता है। यह कई आधुनिक सुविधाओं से लैस है और वीडियो और थर्मल इमेजिंग कैमरों से लैस होने के कारण इसकी उपयोगिता और भी बढ़ जाती है। यही कारण है कि यह न केवल बचाव अभियान चलाकर जान-माल की रक्षा करने में सक्षम है, बल्कि अग्निशमन कर्मियों की सुरक्षा और संरक्षण के लिए कवच का काम भी करता है।
Maha Kumbh 2025: 131.48 करोड़ रुपये के वाहन और उपकरण तैनात
उप निदेशक अमन शर्मा ने बताया कि महाकुंभ को अग्नि दुर्घटना मुक्त क्षेत्र बनाने के लिए विभाग को 66.75 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है, जबकि विभागीय बजट 64.73 करोड़ रुपये है। इस प्रकार कुल 131.48 करोड़ रुपये की लागत से महाकुंभ मेले में अग्नि दुर्घटनाओं से बचाव के लिए वाहन और उपकरण तैनात किए जा रहे हैं। इन्हें मेला क्षेत्र में पूरी तरह से तैनात करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
यह भी पढ़ेंः-Kejriwal से मिलना चाहते थे नाराज दिल्ली वक्फ बोर्ड के इमाम और मोअज्जिन, पुलिस ने रोका
गौरतलब है कि सीएम योगी के विजन के अनुसार इस बार महाकुंभ में विभिन्न प्रकार के 351 से अधिक अग्निशमन वाहन, 2000 से अधिक प्रशिक्षित मैनपावर, 50 से अधिक फायर स्टेशन और 20 फायर पोस्ट बनाए जा रहे हैं। प्रत्येक अखाड़े के टेंट को भी अग्निशमन उपकरणों से सुसज्जित किया जा रहा है।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)