Madhya Pradesh News : श्रीराम फाइनेंस कंपनी में हुई धोखाधड़ी कर फर्जी दस्तावेजों के जरिए 24.35 लाख रुपये के लोन में घोटाले के मामले में 8 आरोपितों को शहडोल से शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों ने 8 हजार रुपये कमाने वालों को 27 हजार का वेतन बताकर बांट दिया। पुलिस अधीक्षक ने मामले की जांच एसडीओपी अनूपपुर सुमित केरकेट्टा को सौंपी। जांच के बाद कोतवाली थाने में धारा 419, 420, 467, 468, 471, 120 (बी) के तहत मामला दर्ज किया गया।
15 ग्राहकों के साथ की धोखाधड़ी
मामले का खुलासा तब हुआ जब श्रीराम फाइनेंस कॉरपोरेशन प्राइवेट लिमिटेड, रायपुर के लीगल डिपार्टमेंट मैनेजर राकेश तिवारी ने पुलिस अधीक्षक मोती उर रहमान से मिलकर शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में बताया गया कि, कंपनी के अनूपपुर शाखा प्रबंधक राहुल पाठक, टीम लीडर विनीत सोनी और अन्य कर्मचारियों ने 15 ग्राहकों के साथ मिलकर फर्जीवाड़ा किया। आरोपियों ने फर्जी वेतन पर्ची, बैंक स्टेटमेंट और अन्य दस्तावेजों का इस्तेमाल कर लोन स्वीकृत करवाया।
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पुलिस ने 8 आरोपियों पर कसा शिकंजा
बता दें, गिरफ्तार आरापितों में उपेंद्र सिंह परिहार पिता धनी सिंह परिहार,राहुल विश्वकर्मा पिता मोहन विश्वकर्मा, पीतांबर पाल पिता भगवत पाल, हर्ष कुशवाहा पिता हरिदास कुशवाहा, रजनीश मलिक पिता रामकुमार मलिक सभी निवासी धनपुरी जिला शहडोल, कैलाश प्रसाद पांडे पिता छोटेलाल पांडे,सचिन बुंदेला पिता सज्जन सिंह बुंदेला, संतोष कोल पिता कोदुबा कोल सभी निवासी अमलाई को गिरफ्तार किया गया है। कोतवाली निरीक्षक कोतवाली अरविंद जैन के नेतृत्व में गठित विशेष टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया। कार्रवाई पुलिस अधीक्षक मोती उर रहमान और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक इसरार मंसूरी के निर्देशन में की गई।