भोपाल: राष्ट्रीय पर्यटन दिवस के अवसर पर पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने सोमवार को मिंटो हॉल में रूपे कार्ड और ई-टिकिटिंग का लोकार्पण किया। इसके साथ मध्यप्रदेश ऐसा पहला राज्य बन गया जहाँ संग्रहालयों और स्मारकों में प्रवेश के लिये ई-टिकिटिंग व्यवस्था लागू कर दी गई है। अब पर्यटक रूपे कार्ड का उपयोग कर सकेंगे।
मंत्री उषा ठाकुर ने कहा कि साथियों ने बड़ी मेहनत से काम कर यह मुकाम हासिल किया है। इसके लिये विभागीय अधिकारी और कर्मचारी बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि पर्यटन और संस्कृति विभाग के अधिकारियों ने सकारात्मक सोच के साथ इस उपलब्धि को हासिल किया है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि प्रदेश के बाहर से आने वाले पर्यटकों के बीच अब मध्यप्रदेश और अधिक लोकप्रिय होगा।
कार्यक्रम में पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सोच के अनुरूप लोकल के लिये वोकल बेहद महत्वपूर्ण है। पूरी प्रक्रिया इलेक्ट्रानिक होने से बेहतर संभावनाएँ उभरकर सामने आयेंगी। पर्यटन के लिये आने वाले सैलानियों के लिये यह प्रगतिशील कदम है।
पर्यटनस संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग के प्रमुख सचिव शिवशेखर शुक्ला ने कहा कि कोरोना काल के मद्देनजर पर्यटकों के लिये प्रदेश के म्यूजियम और स्मारकों के ई-टिकिट घर बैठे मिल जाना काफी सुविधाजनक साबित होंगे। उन्होंने बताया कि शीघ्र ही यह व्यवस्था प्रदेश के 28 स्मारकों में भी लागू की जायेगी। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि इस परियोजना पर अमल करने से प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में संस्कृति और पर्यटन के बीच पारस्परिक समन्वय और सामंजस्य की संकल्पना को साकार करने की दिशा में ठोस कदम उठाये जा रहे हैं।
पर्यटन विकास निगम के प्रबंध संचालक एस. विश्वनाथन ने कहा कि हमारा समृद्ध इतिहास है। कोरोना के चलते पर्यटन प्रभावित जरूर हुआ है पर शीघ्र ही स्थितियाँ बेहतर होंगी। प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने की कोशिशों में नागरिकों की भागीदारी की अपेक्षा की जाती है। उन्होंने कहा कि रूपे कार्ड के लोकार्पण से प्रदेश में पर्यटन और अधिक लोकप्रिय बनेगा। कार्यक्रम में मार्गी कत्थक संस्था भोपाल द्वारा सांस्कृतिक नृत्य की प्रस्तुति दी गई। अपर प्रबंध संचालक मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड सोनिया मीणा ने अतिथियों का आभार माना।