
मधुबनीः राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन राव भागवत रविवार शाम सड़क मार्ग से बिहार के मधुबनी पहुंचेंगे। मधुबनी में रविवार की सुबह से ही सुरक्षा की दृष्टिकोण से पुख्ता प्रशासनिक इंतजाम किया गया है।
पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार ने बताया कि डीएसपी स्तर के पदाधिकारीगण व थानाध्यक्षों को आगमन स्थल की सुरक्षार्थ की आवश्यक निर्देश दिया गया है। दरभंगा एयरपोर्ट से सड़क मार्ग से बनाया गया आगमन रूट पर पुलिस बल तैनात किए गए हैं।
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एसपी सुशील कुमार ने सड़क मार्ग से निर्धारित आगमन रूट की जानकारी देने से परहेज किया।एसपी ने कहा कि कार्यक्रम स्थल किरण टीचर्स ट्रेनिंग कालेज के इर्द-गिर्द खुफिया विभाग सहित समस्त सुरक्षार्थ जांच टीम कार्य कर रही है। चार दिनों तक यहां उनका प्रवास होगा। वे नौ जून को यहां से समस्तीपुर के लिए प्रस्थान करेंगे। मधुबनी में सरसंघचालक मोहन भागवत पंडौल प्रखंड के मधेपुरा स्थित किरण टीचर्स ट्रेनिग कालेज परिसर में चल रहे आरएसएस उत्तर पूर्व क्षेत्र संघ शिक्षा वर्ग प्रथम व द्वितीय वर्ष के 20 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में भाग लेकर प्रशिक्षणार्थियों के बीच विभिन्न विषयों का मार्गदर्शन करेंगे।
सर संघचालक मोहनराव भागवत रविवार की शाम 4:20 बजे दरभंगा एयरपोर्ट पहुंचेंगे। वहां से सड़क मार्ग से सकरी, पंडौल, मधुबनी कोतवाली चौक होते हुए शाम पांच बजे तक मधेपुरा स्थित किरण टीचर्स ट्रेनिग कॉलेज में चल रहे प्रशिक्षण शिविर में पहुंचेंगे। दिनांक 6,7,8 जून तक प्रशिक्षण शिविर में शामिल होने के बाद वे गुरुवार को समस्तीपुर के कल्याणपुर के लिए प्रस्थान करेंगे। इस दौरान संघ प्रमुख मोहन भागवत दोनों प्रशिक्षण वर्ग के प्रशिक्षुओं को संबोधित करते हुए उन्हें विशेष प्रशिक्षण देंगे।उनके आगमन को लेकर जिला प्रशासन चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था में जुट गया है।
उल्लेखनीय है कि एक साथ दो प्रशिक्षण वर्ग का संचालन 21 मई से प्रारंभ किया गया जो 11 जून को संपन्न होगा। प्रशिक्षण वर्ग के द्वितीय वर्ष में 185 शिक्षार्थी एवं 14 शिक्षक हैं। जबकि, प्रथम वर्ष में 179 शिक्षार्थी एवं 17 शिक्षक हैं। प्रबंधन में वर्ग के सुव्यवस्थित संचालन के लिए 75 से अधिक कार्यकर्ता दिन-रात लगे हुए हैं। संघ के संस्कार और प्रशिक्षण वर्ग की विशेषता इस बात से समझी जा सकती है कि प्रत्येक दिन रात्रि के भोजन के लिए अलग-अलग गांव से माताओं के हाथों की बनी रोटियां वर्ग में आ रही हैं। प्रतिदिन 300 परिवार से प्रति परिवार 10 रोटियां प्रशिक्षण शिविर में पहुंच रही हैं। पूरे प्रशिक्षण वर्ग में लगभग छह हजार से अधिक परिवारों से संपर्क किए जाने की योजना संघ की है।
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