लखनऊः हर रोज नई उपलब्धियां हासिल कर रहा लखनऊ विश्वविद्यालय ने एक और उपलब्धि हासिल की। अंतर्राष्ट्रीय एजेंसी यूनिवर्सिटी रैंकिंग बाय एकेडमिक परफॉर्मेंस (यूआरएपी) द्वारा लखनऊ विश्वविद्यालय को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न मानकों पर परीक्षण के बाद स्थान दिया गया है। भारत के 179 संस्थानों में से जो सूची में हैं, केवल विश्वविद्यालयी सूची में लखनऊ विश्वविद्यालय 44वें स्थान पर है। समस्त तकनीकी संस्थानों (सभी संस्थानों आईआईटी, सीएसआईआर इत्यादि) को सम्मिलित करते हुए लखनऊ विश्वविद्यालय 89वें स्थान पर हैं और समग्र विश्व रैंकिंग के साथ लखनऊ विश्वविद्यालय का स्थान 2123 पर है।
यूआरएपी द्वारा की जाने वाली विश्वविद्यालय की रैंकिंग इनफॉर्मेटिकस इंस्टिट्यूट ऑफ मिडिल ईस्ट टेक्निकल यूनिवर्सिटी द्वारा विकसित एक विश्वविद्यालय रैंकिंग है। 2010 से, यह शीर्ष संस्थानों के लिए वार्षिक राष्ट्रीय और वैश्विक कॉलेज और विश्वविद्यालय रैंकिंग प्रकाशित कर रहा है। यूआरएपी को विश्व की उन चंद रैंकिंग में से एक माना जाता है, जो केवल अकादमिक प्रदर्शन का ध्यान रखते हुए संस्थान की रैंकिंग तय कर रहा है। यूआरएपी का साइंटोमेट्रिक्स मापन वेब ऑफ साइंस और इनसाइट्स के माध्यम से इंस्टीट्यूट ऑफ साइंटिफिक इनफॉरमेशन से प्राप्त आंकड़ों पर आधारित है। वैश्विक रैंकिंग के लिए यूआरएपी रिसर्च आर्टिकल्स की संख्या, साइटेशन, आर्टिकल इंपैक्ट टोटल, टोटल साइटेशन इंपैक्ट और अंतर्राष्ट्रीय कॉलेबोरेशन सहित अनुसंधान प्रदर्शन के विभिन्न संकेतकों को नियोजित करता है।
यह भी पढ़ेंःडॉक्टरों पर विवाद बयान देकर फिर फंसे रामदेव, बोले- जो खुद…
यूआरएपी वैज्ञानिक सूचना संस्थान द्वारा प्रदान किए गए वेब ऑफ साइंस और इनसाइट्स जैसे अंतर्राष्ट्रीय ग्रंथ सूची डेटाबेस से डेटा एकत्र करता है। यूआरएपी अकादमिक प्रदर्शन को मापने के लिए 6 मुख्य संकेतक का उपयोग करता है। ये संकेतक लेखों की रिसर्च आर्टिकल्स की संख्या, साइटेशन, टोटल डॉक्युमेंट्स, आर्टिकल इंपैक्ट टोटल, टोटल साइटेशन इंपैक्ट, और अंतर्राष्ट्रीय कॉलेबोरेशन हैं। हालांकि लेखों की संख्या, उद्धरण को रैंकिंग की गणना में उच्चतम प्रतीक्षा यानि (21+21) प्रतिशत दिया जाता है।