Monday, June 17, 2024
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लखनऊ प्रॉपर्टी डीलर हत्याकांड: धोखाधड़ी में गई अमित तिवारी की जान, तय कमीशन न देने पर साथियों ने उतारा मौत के घाट

लखनऊ: वृंदावन कॉलोनी में बाइक सवार दो बदमाशों ने प्रॉपर्टी डीलर अमित तिवारी की गोली मारकर हत्या करने के पांच दिन बाद शनिवार को चार लोगों को हिरासत में लिया गया है। उन्होंने दावा किया कि अमित अपनी पत्नी को कंपनी के निदेशक के रूप में रखना चाहता था, जिसके कारण उसके दोस्तों और साझेदारों के बीच विवाद हुआ, जो अमित की हत्या की मुख्य वजह बना।

जांच से जुड़े सूत्रों ने कहा कि दो लोग उस दिन गोलीबारी में शामिल थे, जबकि दो अन्य साजिश में शामिल थे। चारों अभियुक्त आशीष यादव पुत्र स्व0 लाला राम निवासी रानीखेड़ा, थाना मोहनलालगंज, लखनऊ, रोहित यादव पुत्र अवधेश सिंह निवासी ग्राम रत्नापुर थाना निगोहा लखनऊ, सूरज रावत पुत्र राम चन्द्र निवासी मस्तीपुर थाना निगोहा, जनपद लखनऊ, मनीष कुमार पुत्र स्व0 लालाराम निवासी ग्राम रानी खेड़ा डेहबा थाना मोहन लाल गंज लखनऊ को गिरफ्तार कर लिया गया है।

कमीशन न देने पर नाराज थे आरोपी

एडीसीपी पूर्वी सैयद अली अब्बास ने कहा कि पूछताछ से पता चला है कि अमित कुमार प्लाट बिकवाने में तय कमीशन आशीष यादव को नहीं दे रहा था। इसके अलावा रोहित यादव ने भी बताया कि अमित कुमार के प्लाटिंग से दो प्लाट मैंने भी बिकवाये थे, जिसमें तय हुआ था कि 500 रुपये स्क्वायर फिट से ऊपर जो भी बिकेगा वह उनका हिस्सा हो जायेगा लेकिन उपरोक्त दोनों प्लाट 600 रुपये स्क्वायर फिट बिकवाने के बाद जब कमीशन मांगा गया तो, मृतक अमित कुमार ने मना कर दिया। इसी तरह कई जमीनों के सौदे करने से अमित ने यह कहकर इनकार कर दिया कि यह योजना समाप्त हो गयी है, अब कोई कमीशन नहीं मिलेगा। इस धोखाधड़ी से रोहित यादव व आशीष यादव को लगभग सात-आठ लाख रूपयों का नुकसान हुआ। इस बात को लेकर दोनों प्रापर्टी डीलर अमित कुमार से नाराज हो गए थे।

अमित पत्नी को बनाना चाहता था  कंपनी का डायरेक्टर

इसके अलावा अपने पार्टनर आशीष को कम्पनी से बाहर कर अपनी पत्नी को कम्पनी के डायरेक्टर के रूप में रखने की कवायद भी अमित शुरू कर चुका था। इसी के बाद रोहित यादव व आशीष यादव ने मिलकर प्लान बनाया कि होम सिटी इन्फ्रा प्रा.लि. में अमित और आशीष ही डायरेक्टर हैं। अगर अमित की हत्या कर दी जाती है तो सिर्फ आशीष ही डायरेक्टर रह जायेगा फिर ये दोनों अपने हिसाब से डायरेक्टर बनाकर कम्पनी पर कब्जा कर लेंगे।

इसी पर आशीष ने अपने भाई मनीष यादव को अमित की हत्या के लिये तैयार किया जो भाई के सहयोग के कारण तैयार हो गया था। रोहित यादव ने एक सूरज रावत लड़के को 10,000 रुपये में तैयार कर लिया। जिसका काम सिर्फ मोटर साइकिल से मनीष को अमित के पास ले जाना और काम हो जाने के बाद वहां से भागा ले जाना था। 2 जून को इन्ही दोनों ने सेक्टर 9 वृन्दावन मे बने आफिस के बाहर अमित कुमार को आफिस से निकलते ही मनीष ने जो कि बगल में फुटपाथ बैठा हुआ था पीछे से जाकर अमित कुमार को गोली मार दी, जिससे अमित कुमार की मृत्यु हो गयी।

हत्या में प्रयुक्त नीले रंग की अपाचे मोटरसाइकिल (यूपी 32 07 6049) सूरज रावत पुत्र रामचंद्र निवासी मस्तीपुर थाना निगोहा की थी। उसे पैसे लूटने का योजना बताकर लाया गया था। घटना में प्रयुक्त पिस्टल तथा मोटरसाइकिल बरामद कर ली गई है। इस सनसनीखेज और दुस्साहसिक घटना का अनावरण कर सभी अपराधियों को गिरफ्तार करने सीपी लखनऊ द्वारा पुलिस टीम को 25,000 पुरस्कार दिया गया है।

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