Wednesday, January 29, 2025
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Lucknow: 587 करोड़ से सुधरेगी राजधानी की बिजली व्यवस्था

Lucknow: राजधानी की विद्युत आपूर्ति व्यवस्था 587 करोड़ रुपए से सुदृढ़ होगी। इस बजट से नए उपकेंद्रों का निर्माण, ओवरलोड ट्रांसफार्मरों की क्षमता में वृद्धि की जाएगी। भूमिगत केबल बिछाने और जर्जर एरियल बंच कंडक्टर (एबीसी) बदले जाएंगे। इससे 12.50 लाख उपभोक्ताओं को लो-वोल्टेज और ट्रिपिंग की समस्या से निजात मिलेगी।

Lucknow: दिए गए करोड़ों के प्रस्ताव

मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक एमडी भवानी सिंह ने लेसा के चारों जोन के मुख्य अभियंताओं के साथ बिजनेस प्लान 2025-26 की समीक्षा बैठक की थी। इस दौरान अमौसी जोन से 211 करोड़, लखनऊ मध्य जोन से 128 करोड़, जानकीपुरम जोन से 158 करोड़ और गोमती नगर जोन से 90 करोड़ रुपए के प्रस्ताव दिए गए थे। अमौसी जोन में 211 करोड़ के बजट से 554 ओवरलोड ट्रांसफार्मर की क्षमता में वृद्धि की जाएगी। 235 नए ट्रांसफार्मर लगाए जाएंगे।

आठ पावर ट्रांसफार्मर की क्षमता भी बढ़ाई जाएगी। 05 नए 33 केवी बिजली उपकेंद्रों की स्थापना की जाएगी। लखनऊ मध्य जोन में 128 करोड़ रुपए के बजट से पांच सब स्टेशनों में पावर ट्रांसफार्मर की क्षमता में वृद्धि की जाएगी। 33 केवी की 8 नई लाइन बिछाई जाएगी। 11 केवी के 31 फीडरों को बांटा जाएगा। 167 अतिरिक्त ट्रांसफार्मर लगाए जाएंगे। 71 ट्रांसफार्मरों की क्षमता में वृद्धि होगी। गोमती नगर के विशेष खंड, विनम्र खंड, इंदिरानगर में नया उपकेंद्र, मोहनलालगंज के बक्कास, सिसेंडी, ईटीआई में नए सबस्टेशन बनेंगे। एक सब स्टेशन पर 08 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। यह सभी सब स्टेशन 20-20 एमवीए क्षमता के होंगे।

नए बिजली उपकेंद्रों के निर्माण से पुराने सब स्टेशनों की ओवरलोडिंग खत्म होगी। इससे बिजली कटौती और लो-वोल्टेज की समस्या से निजात मिलेगी। अधिकतर जगहों पर जमीन का चयन किया जा चुका है। इन सबस्टेशनों के निर्माण के लिए जिला पंचायत व लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) ने जमीन भी दे दी है। गौरतलब है कि बीती गर्मियों में राजधानी में भूमिगत केबल में फाल्ट होने, ट्रांसफार्मर फुंकने और एबीसी टूटने से राजाजीपुरम, आरडीएसओ, चिनहट, फैजुल्लागंज, दुबग्गा समेत कई इलाकों में 8 से 10 घंटे तक बिजली सप्लाई ठप हुई थी।

इससे नाराज लोगों ने सब स्टेशनों पर पहुंचकर हंगामा भी किया था। इसके बाद इन इलाकों में नए उपकेंद्रों के निर्माण का प्रस्ताव बनाया गया था। उपभोक्ताओं को बेहतर बिजली मुहैया कराने के लिए ओवरलोड ट्रांसफार्मरों की क्षमता में बढ़ोत्तरी भी होगी। राजधानी के ठाकुरगंज, चैक, अमीनाबाद, हुसैनगंज, राज भवन, आलमबाग, कानपुर रोड, वृंदावन, इंदिरा नगर, चिनहट, गोमती नगर, जानकीपुरम, समेत अधिकांश इलाकों में नए ट्रांसफार्मर लगाए जाएंगे।

आवेदकों को झटका दे रहा झटपट पोर्टल

यूपीपीसीएल का झटपट पोर्टल बीते करीब दो सप्ताह से ठप है। इससे करीब 1500 आवेदकों के कनेक्शन फंसे हैं। इसके अलावा बिजली लोड, मीटर फिडिंग सम्बंधी कार्य नहीं हो रहे हैं। पीड़ित आवेदक अभियंताओं से शिकायत भी कर रहे हैं, लेकिन कोई समाधान नहीं हो रहा है। नए बिजली कनेक्शन के लिए आवेदकों को झटपट पोर्टल पर आवेदन करना होता है। इसमें आए दिन तकनीकी खामियों के चलते आवेदकों को परेशानी होती है। यूपीपीसीएल ने आवेदकों की इस परेशानी को दूर करने के लिए झटपट पोर्टल के साफ्टवेयर को अपडेट करने के लिए बीते दिनों शटडाउन लिया था।

विभाग का दावा था कि इसके बाद उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। हालांकि अपग्रेडेशन के कई दिनों बाद भी सर्वर काम नहीं कर रहा है। आवेदक झटपट पोर्टल पर आवेदन कर रहे हैं, लेकिन सम्बंधित इलाके के इंजीनियर के डैशबोर्ड पर वह अपडेट नहीं हो रहा है। इसके अलावा पुराने बिजली कनेक्शन का डाटा भी नहीं दिखायी दे रहा है। लेसा में रोजाना करीब 200 बिजली कनेक्शन के आवेदन होते हैं। लेसा अभियंताओं के अनुसार झटपट पोर्टल को अपडेट किया गया था। इसके बाद कुछ तकनीकी दिक्कतें आ रही हैं। इसे दुरुस्त किया जा रहा है।

प्रदेश में टीओडी टैरिफ लागू करने की तैयारी

सूबे में घरेलू विद्युत उपभोक्ताओं पर भी टाइम ऑफ डे (टीओडी) टैरिफ लागू करने की तैयारी है। यह टैरिफ लागू हुई, तो घरेलू उपभोक्ताओं का बिजली खर्च 10 से 20 प्रतिशत तक बढ़ सकता है। मल्टी ईयर टैरिफ रेगुलेशन 2025 के मसौदे में इस व्यवस्था को लागू करने का प्रस्ताव है। वर्तमान में यह व्यवस्था सिर्फ भारी व लघु उद्योगों की श्रेणी वाले उपभोक्ताओं पर लागू है। गौरतलब है कि दिन और रात के समय बिजली की दर अलग-अलग रखे जाने को टाइम ऑफ डे (टीओडी) टैरिफ कहा जाता है। इस टैरिफ के तहत दिन के समय बिजली की दर कम और रात के समय बिजली की दर अधिक होती है। उपभोक्ता दिन के अलग-अलग समय के हिसाब से अलग-अलग बिजली बिल चुकाएंगे।

केंद्र सरकार की ओर से बिजली ग्राहकों के अधिकार नियम, 2020 में आवश्यक संशोधन कर टाइम ऑफ डे (टीओडी) टैरिफ की व्यवस्था लागू करने की बात कही गई है। इसमें दिन और रात की बिजली दर अलग-अलग रखने का नियम है। 01 अप्रैल 2025 से सभी उपभोक्ताओं पर इस नियम को लागू किया जाना है। हालांकि, इसमें किसानों को अलग रखा गया है। राज्य विद्युत नियामक आयोग की ओर से जारी मल्टी ईयर टैरिफ रेगुलेशन 2025 के मसौदे में टीओडी टैरिफ लागू करने की बात कही गयी है। अभी प्रदेश में कुल 3.45 करोड़ उपभोक्ता हैं, जिसमें 2.85 करोड़ घरेलू और 15 लाख किसान उपभोक्ता हैं। टीओडी की व्यवस्था को वर्ष 2023 में भी लागू करने का प्रयास किया गया था, लेकिन प्रस्ताव को स्थगित कर दिया गया था।

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प्रदेश में 18 जून 2024 की रात 10 से 11 बजे के बीच 35 मिनट तक 30,618 मेगावाट बिजली आपूर्ति की गयी। यह अब तक की सर्वाधिक आपूर्ति है। इस दिन की अधिकतम खपत 65.35 करोड़ यूनिट थी। बिजली का पीक ऑवर (सर्वाधिक खर्च ) हमेशा रात 10 से 11:30 बजे के बीच होता है। रात में अधिक मूल्य वसूले जाने पर घरेलू उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त भार पड़ेगा। उद्योगों के मामले में अभी अप्रैल से सितंबर के बीच गर्मियों के मौसम में सुबह 05 बजे से 10 बजे तक बिजली जहां सामान्य दर से 15 प्रतिशत सस्ती रहती है, तो वहीं देर शाम सात बजे से आधी रात के बाद तीन बजे तक 15 प्रतिशत महंगी होती है। इसी प्रकार ठंड में अक्टूबर से मार्च तक शाम 05 बजे से रात 11 बजे तक जहां बिजली 15 प्रतिशत महंगी होती है, तो वहीं रात 11 बजे से सुबह 05 बजे तक 15 प्रतिशत तक सामान्य दर से सस्ती होती है।

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