लखनऊः लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट (Lucknow Police Commissionerate) ने बीते 13 जनवरी को अपनी स्थापना के पांच साल पूरे किए। इस अवसर पर कमिश्नरेट ने एक भव्य समारोह का आयोजन किया। इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार उपस्थित रहे। बता दें कि 13 जनवरी 2020 को पांच साल पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में पुलिस कमिश्नरेट प्रणाली की शुरुआत की थी।
पुलिस महानिदेशक ने कहा- खुद को अपडेट करना होगा
इस कदम का उद्देश्य राज्य में कानून व्यवस्था को मजबूत बनाना और नागरिकों को अधिक प्रभावी पुलिसिंग सेवाएं प्रदान करना था। पुलिस महानिदेशक ने अपने संबोधन में कमिश्नरेट के अधिकारियों और कर्मचारियों को उनके समर्पण और कड़ी मेहनत के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि पिछले पांच वर्षों में लखनऊ पुलिस ने कई सराहनीय कार्य किए हैं और शहर की कानून व्यवस्था को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
कहा कि अपराध के स्वरूप में तेजी से बदलाव आ रहा है और साइबर अपराध, महिलाओं के खिलाफ अपराध जैसी चुनौतियों का सामना करना होगा। उन्होंने कहा कि पुलिस को इन चुनौतियों से निपटने के लिए अपनी क्षमताओं को लगातार विकसित करना होगा। पुलिस महानिदेशक ने कहा कि पुलिस को नई पीढ़ी के पुलिसकर्मियों को आधुनिक पुलिसिंग के तरीकों से प्रशिक्षित करना होगा ताकि वे समाज की बेहतर सेवा कर सकें।
Lucknow Police Commissionerate ने हासिल कीं ये उपलब्धियां
वर्ष 2024 में लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट ने शहर की सुरक्षा और कानून व्यवस्था को बनाए रखने में उल्लेखनीय सफलता हासिल की है। पुलिस कमिश्नर अमरेंद्र कुमार सेंगर के कुशल नेतृत्व में लखनऊ पुलिस ने अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए नागरिकों के बीच सुरक्षा का भाव पैदा किया है। विगत वर्ष में लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट ने कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं। लखनऊ पुलिस ने वर्ष 2024 में अपराध और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में उल्लेखनीय कार्य किए हैं।
पुलिस आयुक्त अमरेंद्र कुमार सेंगर के नेतृत्व और संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध एवं मुख्यालय) बबलू कुमार, संयुक्त पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) अमित वर्मा और पांचों जोन के डीसीपी पूर्वी, डीसीपी पश्चिमी, डीसीपी उत्तरी, डीसीपी मध्य, तथा डीसीपी दक्षिणी के निर्देशन में पुलिस ने अपराध पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित किया है। लखनऊ पुलिस ने अपनी त्वरित कार्रवाई और ऑपरेशन कन्वेंशन के तहत 329 दोषियों को सजा दिलाने में सफलता पाई। गंभीर अपराधों, साइबर धोखाधड़ी, हत्या, डकैती और अपहरण जैसे मामलों में पुलिस की तत्परता और प्रतिबद्धता ने अपराधियों के मंसूबों को ध्वस्त किया। गैंगस्टर एक्ट और गुंडा नियंत्रण अधिनियम के तहत 49 मामले दर्ज करते हुए 201 अपराधियों को हिरासत में लिया गया। एक अरब से अधिक की संपत्तियां जब्त की गई।
यातायात प्रबंधन में भी पुलिस ने महत्वपूर्ण कदम उठाए। आईटी चैराहा, स्मृति वाटिका, निशातगंज पुल और वारलेस चैराहा जैसे क्षेत्रों में यातायात सुधार के लिए नई रणनीतियां लागू की गई। अवैध वाहनों पर कार्रवाई करते हुए लाखों चालान और 2,810 वाहनों को सीज किया गया। इन प्रयासों ने शहर के ट्रैफिक संचालन को अधिक सुगम और व्यवस्थित बनाया। वर्ष 2024 में लखनऊ पुलिस ने अपराध और अराजकता के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई।
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इन प्रयासों ने जहां अपराधियों के हौसले पस्त किए, वहीं शहरवासियों के बीच सुरक्षा का भरोसा मजबूत किया। लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट एक बार फिर नए साल में नागरिकों की सुरक्षा तथा अपराध एवं अपराधियों के प्रति शून्य सहनशीलता की नीति पर चलने को कृत संकल्पित है। लखनऊ पुलिस की इन सफलताओं का श्रेय पुलिस कमिश्नर अमरेंद्र कुमार सेंगर और उनकी टीम को जाता है। पुलिस ने अपने कुशल नेतृत्व और समर्पण से शहर की सुरक्षा को सुनिश्चित किया है।
– ऑपरेशन कन्वेंशन के तहत 329 दोषियों को सजा दिलाने में सफलता पाई।
– जीरो टॉलरेंस की नीति से नागरिकों के बीच सुरक्षा का भरोसा बढ़ाया।
– गैंगस्टर एक्ट के तहत 201 अपराधियों को गिरफ्तार कर 01 अरब से अधिक की संपत्तियां जब्त की गई।
– साइबर अपराधों से संबधित कुल 123 साइबर ठग व जालसाज अभियुक्तों को गिरफ्तार करते हुए कुल 01 अरब 26 करोड़ 10 लाख रूपये पीड़ितों को वापस कराये गये।
– यातायात प्रबंधन में सुधार के लिए विभिन्न प्रमुख चैराहों पर विभिन्न नवीनतम प्रयोग करते हुए ट्रैफिक जाम की समस्या का समाधान किया गया।
– अवैध वाहनों एवं यातायात नियमों का उल्लघंन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 10 लाख से अधिक चालान और 2,810 वाहन सीज किए गए।
– गुंडा नियंत्रण अधिनियम के तहत 319 अभियुक्तों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की गई।
– शातिर अभियुक्तों के विरुद्ध एनएसए के तहत कठोरतम कार्यवाही की गई।
– यूपी 112 द्वारा रिस्पांस टाइम 15 मिनट से घटा कर 10 मिनट किया गया, जिससे किसी घटना या मदद में जनपदवासियों को सहूलियत मिली।
– ग्राम चैपाल, ऑपरेशन सवेरा, मॉर्निंग वॉक पुलिसिंग कर व वरिष्ठ नागरिकों घर-घर जाकर संवाद स्थापित कर दिलाया जा रहा सुरक्षा का एहसास।
– सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से यातायात नियमों, साइबर अपराधों से बचाव, फेक न्यूज व आदि प्रकार से निरन्तर चलाया जा रहा जागरूकता अभियान।
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