उत्तर प्रदेश

Lucknow: आदेश के बाद नगर निगम में मची खलबली, गाय तलाशने निकले अधिकारी

Lucknow Lucknow: लखनऊ नगर निगम को एक और जिम्मेदारी मिली है। इसके अंतर्गत निगम को गौवंश का सौ फीसदी संरक्षण करना होगा। अधिकारियों को विशेष अभियान चलाकर निराश्रित गौवंश तलाशने होंगे और उनके भोजन-पानी की पूरी व्यवस्था भी देखनी होगी। ऐसा आदेश प्रमुख सचिव पशुधन की ओर से नगर आयुक्त को दिया गया है। इस आदेश के बाद अब नगर निगम में खलबली मची हुई है। पहले से ही शहर में पशु परेशानी बने हुए हैं, अब सर्दी आते ही बड़ी जिम्मेदारी दे दी गई है। खास बात यह है कि हमेशा टालमटोल करने वाले निगम के अफसरों ने एक नवंबर को ही इसकी शुरूआत भी कर दी है। 'इंडिया पब्लिक खबर' ने एक माह पहले ही ऐसी संभावना को प्रकाशित किया था।

सरायशेख गौशाला को बनाया जाएगा बेहतर

बता दें कि नगरीय सीमा में सम्मिलित 7 एकड़ भूमि पर सरायशेख स्थिति गौशाला अब बेहतर बनाई जाएगी। सर्दी के मौसम में गौशालाओं के अलावा सड़को पर पशु बड़ी संख्या में बीमारी झेलते हैं। मीडिया के जरिए चारा की दिक्कत और पशुओं के मरने की खबरें भी उजागर होती रहती हैं। यही कारण है कि शासन का ध्यान गौशालाओं की ओर है। दरअसल ,बारिश के दौरान गौशालाओं में पानी भर जाता है। ऐसे में पशुओं का बीमार होना स्वाभाविक है। ऐसी तमाम दिक्कतों से गौवंश को बचाने के लिए नंदीशाला अभ्यारण्य के रूप में गौशाला को विकसित करना है। ये भी पढ़ें..दिवाली पर लें मोटा अनाज से बने लड्डू का आनंद नगर आयुक्त को निर्देश दिए गए हैं कि प्रथम चरण में उक्त गौशाला में 200 नंदी संरक्षित किए जाएं। इसकी डेड लाइन भी 30 नवंबर रखी गई है। शासन की ओर से तय समय में कार्य पूर्ण करने के लिए कहा गया है। द्वितीय चरण में इसकी क्षमता को 750 करने का लक्ष्य दिया गया है। गौवंश के भरणपोषण के लिए हरा चारा उत्पादन करने की भी जिम्मेदारी मिली है। प्रमुख सचिव ने बाउंड्री निर्माण के अलावा भूसा संरक्षण गृह, टिन शेड के निर्माण तथा नंदीशाला की 24 घंटे देखरेख के लिए एक केयरटेकर कक्ष का निर्माण करने को कहा है। इसके लिए विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट भी इसी अवधि में बनानी है। एक नवंबर को अभियान का प्रथम दिन था।

60 दिन तक चलाया जाएगा अभियान

नगर निगम के सहयोग से चिनहट विकास खंड स्थित अस्थायी गौशाला पपनामाऊ में प्रमुख सचिव पशुधन की उपस्थित में 19 गोवंशीय पशुओं को संरक्षित कर शुरूआत की गई है। नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह, मुख्य विकास अधिकारी अजय जैन, अपर नगर आयुक्त डॉ. अरविन्द राव, अपर निदेशक पशुपालन डॉ पीएन सिंह, मुख्य पशु चिकत्सा अधिकारी डॉ. अरविन्द वर्मा, पशु कल्याण अधिकारी डॉ. अभिनव वर्मा के अलावा क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि भी यहां पहुंचे थे। एक नवंबर को चलाया गया अभियान 60 दिन तक चलाया जाएगा। (रिपोर्ट-शरद त्रिपाठी, लखनऊ) (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)