लखनऊः कोरोनाकाल में बंद हुई मेमू (MEMU) ट्रेनों का संचालन फिर से शुरू होगा। दो साल से यार्ड में खड़ी मेमू को पटरी पर लाने की तैयारी शुरू हो गई है। इस बाबत रेलवे बोर्ड ने मेमू चलाने के निर्देश सभी रेलवे जोनों को दिए हैं। पटरियों की मरम्मत सहित अन्य कार्य पूरे होते ही मेमू लखनऊ से कानुपर समेत अन्य रूटों पर दौड़ने लगेगी। मेमू (MEMU) का संचालन शुरू होने से दैनिक यात्रियों को महंगे सफर से राहत मिलेगी।
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बताते चलें कि कोरोना के चलते रेलवे प्रशासन ने लखनऊ से चलने वाली मेमू ट्रेन का संचालन पूरी तरह से बंद कर दिया था। अब कोरोना का प्रकोप कम होने के बाद जहां मेल व एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन पूरी तरीके से बहाल कर दिया गया है, तो वहीं मेमू (MEMU) ट्रेनें अभी भी पटरी पर वापस नहीं लौट पाई है। रेलवे अफसरों के अनुसार, दैनिक यात्रियों की मांग पर रेलवे बोर्ड ने बीते दिसंबर में ही मेमू ट्रेन चलाने के निर्देश दिए थे। ऐसे में लखनऊ से कानपुर, बाराबंकी, प्रतापगढ़, शाहजहांपुर, बाराबंकी, सीतापुर रूट पर मेमू जल्द चलेंगी। उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल की वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक रेखा शर्मा के अनुसार, रेल परियोजनाओं के तहत निर्माण कार्य पूरे होने पर मेमू ट्रेन चलाई जाएगी। इसको लेकर तैयारियां शुरू कर दी गयी हैं। यार्ड में खड़ी मेमू ट्रेन के मरम्मत का काम शुरू हो गया है।
महंगे किराए से मिलेगी राहत
लखनऊ से कानपुर के अलावा बाराबंकी, सीतापुर, प्रतापगढ़ व शाहजहांपुर के लिए बड़ी संख्या में दैनिक यात्री मेमू से सफर करते हैं। दो साल से मेमू बंद होने से ऐसे यात्रियों को सफर के लिए महंगा किराया खर्च करना पड़ रहा है। इन यात्रियों को रोडवेज बसों से दोगुने किराए पर सफर करना पड़ रहा है। रेलवे बोर्ड को मेमू (MEMU) के संचालन के लिए पत्र भेजा गया था, जिसके एवज में बीते दिसंबर माह में आदेश भी आए गए थे। हालांकि, अभी तक रेलवे प्रशासन मेमू ट्रेन चलाने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहा था। राजधानी से रोजाना करीब 40 हजार दैनिक यात्री मेमू ट्रेन से सफर करते हैं। इनमें विभिन्न सरकारी व निजी संस्थानों में काम करने वाले लोग शामिल हैं। अब मेमू ट्रेनों के पटरी पर लौटने से ऐसे यात्रियों को खासी राहत मिलेगी।
तीन रूटों पर 100 किमी की रफ्तार से दौडेंगी टेनें
तीन रेल खंडों पर ट्रेनें 100 किमी की रफ्तार से दौड़ेंगी। इससे यात्रियों का सफर कम समय में पूरा होगा। मिशन रफ्तार के तहत रेलवे तीन रेल खंडों पर ट्रेनों की गति दोगुनी करने की तैयारी कर रहा है। लखनऊ मंडल के तीन रेल खंडों पर ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने की मंजूरी मिल चुकी है। अभी तक इन रेल खंडों पर ट्रेनों की रफ्तार 50 किमी प्रति घंटा थी। अब इन रूटों पर आगामी दिनों में 100 किमी प्रति घंटा की रफ्तार ट्रेनें दौड़ेंगी। ट्रेनों की रफ्तार बढ़ने से यात्रियों का सफर अब एक घंटे की जगह 22 मिनट में ही पूरा होगा। जिन रूटों पर 100 की स्पीड से ट्रेनें दौड़ेंगी उनमें लखनऊ से सुलतानपुर होते हुए प्रतापगढ़, अयोध्या कैंट से सुल्तानपुर जंक्शन रेलखंड और सुल्तानपुर जंक्शन से फाफामऊ जंक्शन रेलखंड शामिल हैं।
ट्रेनों के बेहतर संचालन के लिए उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल में की जा रही तैयारियों का असर अब दिखने लगा है। टैक दोहरीकरण और विद्युतीकरण का काम तीन रूटों पर पूरा हो चुका है। दो अन्य रूटों पर जून 2022 तक कार्य पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, लखनऊ के चारबाग से सवारी गाड़ी ही नहीं मालगाड़ी भी दोगुनी रफ्तार से दौडेंगी। उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के मंडल रेल प्रबंधक एसके सपरा के अनुसार मिशन रफ्तार 2024 के तहत रेलवे टैक के दोहरीकरण और विद्युतीकरण का काम तेजी से किया जा रहा है। लखनऊ मंडल के तीन रूटों पर जल्द ही ट्रेनों की रफ्तार बढ़ेगी। इसके लिए रेल संरक्षा आयुक्त से मंजूरी भी मिल गई है। ट्रेनों का सफल ट्रायल भी कर लिया गया है। जल्द ही इन रूटों पर ट्रेनें 100 की रफ्तार से दौड़ेंगी।
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