लखनऊः लखनऊ में अलीगंज के फतेहपुर इलाके में दूषित पानी के कारण डायरिया से पीड़ित लोगों के संख्या बढ़ती जा रही है। बुधवार को 80 लोग उल्टी-दस्त की चपेट में आ गए। इनमें 30 से अधिक बच्चे शामिल हैं। बीमारी पर काबू पाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने अस्थाई शिविर बना दिया है। 24 घंटे एम्बुलेंस खड़ी करा दी है। शिविर में आने वालों को मुफ्त दवाएं दी गईं। 60 के करीब मरीजों ने शिविर में दवाएं लीं वहीं 20 मरीज निजी अस्पताल गए। ताजा आंकड़ों के मुताबिक, 90 से ज्यादा लोग डायरिया से जूझ रहे हैं। जी मिचलाना और दस्त के कारण दो लोग और अस्पताल में भर्ती हुए हैं।
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डायरिया से एक साल के बच्चे समेत दो लोगों की मौत हो गई। मौत डायरिया से होने की आशंका जताते हुए बुधवार को सूचना दी गई। क्षेत्रवासियों का आरोप है कि एक हफ्ते से अधिक समय से क्षेत्र में दूषित पानी की आपूर्ति की जा रही है। अपने बच्चे को खो चुकीं संगीता लोधी (24) ने बताया कि पिछले पांच-छह दिनों से मासूम बच्ची डायरिया से पीड़ित था। रविवार को, मेरी बेटी की हालत बिगड़ गई। उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।
सहायक मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संदीप सिंह ने कहा, “हमने पानी के नमूने लिए हैं, जो प्रथम दृष्टया दूषित प्रतीत होता है।”सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल ने डायरिया प्रभावित इलाके का दौरा किया। घर-घर जाकर मरीजों का हाल जाना। मरीजों को उबालकर पानी पीने की सलाह दी। क्लोरीन की गोलियां बंटवाईं। साथ ही ओआरएस घोल के पैकेट भी बांटे। पानी की जांच कराई जा रही है।त हैं।
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