Lok Sabha security issue, हिसारः लोकसभा सुरक्षा चूक मामले में चर्चा में आई नीलम नाम की लड़की जींद जिले के घासो खुर्द की रहने वाली है। वह कुछ समय से हिसार के एक पीजी में रहकर हरियाणा सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रही थी। मामला सामने आने के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने नीलम से जुड़े तथ्य जुटाने शुरू कर दिए हैं।
जानकारी जुटाने में लगी एजेंसी
बताया जा रहा है कि लोकसभा मामले में सामने आई नीलम यहां रामपुर मोहल्ले में स्थित श्री बाला जी कन्या पीजी में रहती थी। पीजी संचालक का कहना है कि नीलम यहां रहकर पढ़ाई करती थी, लेकिन उसके बारे में ऐसी कोई बात सामने नहीं आई। नीलम 25 नवंबर को घर जाने की बात कहकर यहां से निकली थी। इसके बाद उन्हें कुछ नहीं पता।
नीलम के तार हिसार से जुड़े होने का मामला सामने आते ही सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गईं और जांच के लिए मौके पर पहुंच गईं। वहीं, संबंधित थाने की पुलिस भी मौके पर पहुंची और नीलम के बारे में जानकारी जुटाई। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, अभी तक ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है जिससे नीलम की गतिविधियां संदिग्ध लगें, लेकिन इतना तय है कि वह किसान और छात्र आंदोलन में जरूर सक्रिय थी। ऐसे में उन्होंने यह कदम बेरोजगारी के चलते उठाया या फिर कोई और वजह यह तो जांच के बाद ही साफ हो पाएगा।
पढ़ने के लिए गई थी हिसार
अब तक की जांच में जो बात सामने आई है, उसके मुताबिक नीलम मूल रूप से जींद जिले के घसो खुर्द गांव की रहने वाली है। वह किसान आंदोलन और अन्य धरने-प्रदर्शनों में सक्रिय थीं। वह बीए, एमए एम फिल, नेट क्वालिफाइड, सीटीईटी, एचटीईटी क्वालिफाइड हैं। नीलम के पिता कोहर सिंह उचाना मंडी में हलवाई हैं और उनके परिवार में तीन बहनें, दो भाई और माता-पिता हैं।
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उसके चाचा गांव में परचून की दुकान चलाते हैं। पता चला है कि नीलम गांव में लाइब्रेरी चलाती थी और बच्चों को पढ़ाती थी लेकिन गांव के कुछ लोगों ने इस पर आपत्ति जताई थी। इसके बाद नीलम ने बच्चों को पढ़ाना बंद कर दिया और खुद पढ़ने के लिए हिसार आ गईं।
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