Lok Sabha Elections 2024, जयपुरः राजस्थान में लोकसभा चुनाव से पहले सियासी माहौल गरमा गया है। पहले चरण के चुनाव के लिए नामांकन के आखिरी दिन पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के एक करीबी ने कांग्रेस बड़ा झटका देते हुए टेंशन बढ़ा दी है। पायलट के गढ़ दौसा में उनके करीबी युवा नेता नरेश मीणा ने आखिरी दिन नामांकन पत्र दाखिल किया।
ऐसे में साफ है कि दौसा में कांग्रेस और बीजेपी की राह आसान नहीं है और अब यहां त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा। वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी मुरारीलाल मीना और भाजपा प्रत्याशी कन्हैया लाल मीना ने भी नामांकन पत्र दाखिल कर चुके है।
निर्दलीय उम्मीदवार दाखिल किया नामांकन
बता दें कि राजस्थान कांग्रेस नेता नरेश मीणा ने राज्य में 19 अप्रैल और 26 अप्रैल को होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए बुधवार को दौसा से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया। कांग्रेस द्वारा दौसा से मुरारी लाल मीणा को टिकट दिए जाने के बाद राजस्थान विश्वविद्यालय छात्र संघ के पूर्व महासचिव नरेश मीणा ने बगावत कर दी थी।
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इस शर्त पर कांग्रेस में शामिल हुए थे नरेश मीणा
नरेश मीणा इस शर्त पर कांग्रेस में शामिल हुए थे कि उन्हें दौसा से लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए टिकट दिया जाएगा। हालांकि, जैसे ही मुरारी लाल मीणा को टिकट दिया गया, नरेश मीणा बागी हो गए और बुधवार को निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन दाखिल कर दिया।
नरेश मीणा ने कहा, “कोई भी स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव नहीं लड़ना चाहता, मगर मेरे जैसा व्यक्ति, जो पिछले कई वर्षों से राजनीति में है, उसे न्याय पाने के लिए जीवित रहना होगा। मुझे अपने अस्तित्व को जीवित रखने के लिए यह सब करना होगा।”
गौरतलब है कि सचिन पायलट को अपना नेता बताने वाले नरेश मीणा अपनी कनक दंडवत यात्रा के तहत घर-घर जा रहे थे। उन्होंने कहा, ”अब समय नहीं बचा है, इसलिए मैं घर-घर नहीं जा रहा हूं, ताकि लोग मुझे बेहतर समझ सकें।”
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