नई दिल्लीः दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने दिल्ली सरकार के लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल में एक जीवित बच्चे को मृत बताकर उसके परिजनों को देने के मामले पर दुख और निराशा व्यक्त की है।
बिधूड़ी ने सोमवार को एक बयान जारी कर कहा कि केजरीवाल सरकार दिल्ली की स्वास्थ्य सेवाओं को वर्ल्ड क्लास बताती है और एलएनजेपी अस्पताल को अपना सर्वश्रेष्ठ अस्पताल कहती है। इस घटना ने दिल्ली सरकार के सारे खोखले दावों की पोल खोल दी है। ऐसे में मामले की गंभीरता से जांच होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय का काम देख रहे उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को नैतिक आधार पर पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। बिधूड़ी ने कहा कि महिला को 17 फरवरी को अस्पताल में दाखिल कराया गया था और 19 फरवरी की शाम को उसने एक बच्ची को जन्म दिया लेकिन डॉक्टरों ने बताया कि नवजात की मौत हो चुकी है और उसे ग्लव्स के एक डिब्बे में पैक करके परिवार को थमा दिया। घर आकर परिवार ने डिब्बा खोला तो नवजात हिल रहा था। इसके बाद जब परिवार अस्पताल वापस पहुंचा तो डॉक्टरों ने गलती मानना तो दूर, बच्चे को दाखिल करने से भी मना कर दिया।
बिधूड़ी ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत आम आदमी पार्टी दिल्ली में स्वास्थ्य क्रांति का दावा करती है लेकिन असल में यह सिर्फ भ्रांति ही पैदा कर रही है। एलएनजेपी अस्पताल की यह घटना तो सिर्फ एक उदाहरण है। सच्चाई यह है कि स्वास्थ्य के नाम पर इस सरकार ने जनता के साथ खिलवाड़ किया है। मोहल्ला क्लीनिकों का बढ़-चढ़कर प्रचार किया जाता है लेकिन इन्हीं मोहल्ला क्लीनिकों के डॉक्टरों द्वारा गलत दवा दिए जाने से बड़ी संख्या में बच्चों की मौत हो गई थी।
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