नई दिल्ली: लेफ्टिनेंट जनरल नव के. खंडूरी ने सोमवार को भारतीय थल सेना की पश्चिमी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) का कार्यभार संभाल लिया। सेना की वायु रक्षा कोर से कमांडर-इन-चीफ रैंक पर नियुक्त होने वाले वह पहले अधिकारी हैं। पश्चिमी कमान का मुख्यालय हरियाणा के चंडीमंदिर में है। अंबाला स्थित खड़ग कोर, योल स्थित राइजिंग स्टार कोर और जालंधर स्थित वज्र कोर पश्चिमी कमान के तहत आते हैं।
भारतीय थल सेना ने ट्विटर पर कहा, ‘‘लेफ्टिनेंट जनरल नव के. खंडूरी ने एक नवंबर 2021 को पश्चिमी कमान के ‘जनरल ऑफिसर कमांडिंग’ (जीओसी) का नेतृत्व संभाल लिया। चंडीमंदिर सैन्य स्टेशन में आयोजित एक भव्य समारोह में सेना कमांडर ने बहादुरों को श्रद्धांजलि अर्पित की और गार्ड ऑफ ऑनर की समीक्षा की। पश्चिमी कमान मुख्यालय में अंबाला स्थित खड़ग कोर, योल स्थित राइजिंग स्टार कोर और जालंधर स्थित वज्र कोर पश्चिमी कमान के तहत आते हैं। सेना की वायु रक्षा कोर से कमांडर-इन-चीफ रैंक पर नियुक्त होने वाले वह पहले अधिकारी हैं। इस कमान की जिम्मेदारी जम्मू सेक्टर के कुछ हिस्सों से लेकर पंजाब तक और पाकिस्तान के साथ भारतीय सीमा तक है।
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लेफ्टिनेंट जनरल खंडूरी ने लेफ्टिनेंट जनरल आरपी सिंह की जगह ली है जो 31 अक्टूबर को सेवानिवृत्त हुए हैं। खंडूरी पहले सुकना स्थित त्रिशक्ति कोर के कमांडर थे। खंडूरी ने ऑपरेशनल लॉजिस्टिक्स एंड स्ट्रेटेजिक मैनेजमेंट के महानिदेशक के रूप में भी काम किया है। वह देहरादून में राष्ट्रीय भारतीय सैन्य कॉलेज और राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, पुणे के पूर्व छात्र हैं। देहरादून में भारतीय सैन्य अकादमी से स्नातक होने के बाद उन्हें दिसंबर 1983 में सेना के वायु रक्षा विंग में कमीशन किया गया था।
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