Home मनोरंजन ऐश्वर्या रॉय बच्चन जन्मदिन विशेष: टूटे दिल की पीर सही न जाए…

ऐश्वर्या रॉय बच्चन जन्मदिन विशेष: टूटे दिल की पीर सही न जाए…





मुंबईः सदी के महानायक अमिताभ बच्चन की बहू और अभिषेक बच्चन की पत्नी ऐश्वर्या रॉय बच्चन किसी परिचय की मोहताज नहीं। सिल्वर स्क्रीन पर आने से पहले वो दुनिया को अपनी खूबसरती का दीवाना बना चुकी थीं। नब्बे के दशक में युवा पीढ़ी के दिलों में राज कर चुकी हैं। 1994 की मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता का ताज उनके सिर पर सजा। रजतपट पर भी वो खूम चमकीं। हिंदी सिनेमा भी उन पर मेहरबान रहा। 1 नवंबर, 1973 को जन्मी ऐश्वर्या विज्ञापन की दुनिया का चमकता-दमकता चेहरा रही हैं। उनके हिस्से में दो बार फिल्म फेयर पुरस्कार आ चुका है। 2009 में उन्हें पद्मश्री से नवाजा गया। 2012 में ऐश्वर्या को फ्रांस ने सम्मानित किया। उनके चाहने वाले 1 नवंबर को कभी नहीं भूलते। …और उनकी फिल्म ताल के गीत आज भी लोगों की जुबान पर हैं। जंगल में बोलहे कोयल कू कू कू….। इस गीत के आगे बोल हैं- टूटे दिल की पीर सही न जाए…। खचाखच भरे सिनेमा घरों में इस गीत को सुनकर युवा सीटी बजाने लगते थे।
 
कॉलेज के दौरान ऐश्वर्या ने कुछ मॉडलिंग असाइनमेंट्स में काम किया। इसके बाद वे टेलीविजन के विज्ञापनों में भी दिखाई दीं। कुछ समय बाद मिस इंडिया प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। वो दूसरे पायदान पर रहीं। 1994 में मिस वर्ल्ड का ताज पहनने के बाद ऐश्वर्या ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। फिल्मों के लिए ऑफर मिलने लगे। बड़े परदे पर शुरुआत उन्होंने तमिल फिल्म 'इरूवर' से की। उनकी पहली हिंदी फिल्म 'और प्यार हो गया' है। पहली कमर्शियल फिल्म 'जींस' है। जींस काफी सफल फिल्म मानी जाती है। संजय लीला भंसाली की 'हम दिल दे चुके सनम' और 'देवदास' ने उन्हें अभिनय के आसमान पर पहुंचा दिया। उनकी फिल्म 'धूम 2' और 'जोधा अकबर' ने देश-विदेश में शानदार कारोबार किया। इन फिल्मों में रितिक रोशन के साथ उनकी जोड़ी को लोगों ने बेपनाह मोहब्बत दी। रितिक के साथ 'धूम 2' का एक चुंबन दृश्य बेहद चर्चा में रहा। कहा तो यहां तक गया कि अभिषेक बच्चन इससे नाराज भी हुए। फिल्म 'रेनकोट' और 'गुजारिश' में भी उनके अभिनय की खूब प्रशंसा हुई।
 
मैंगलोर (कर्नाटक) में जन्मी ऐश्वर्या के पिता कृष्णराज समुद्री जीवविज्ञानी रहे हैं। उनकी मां का नाम बृंदा और बड़े भाई का नाम आदित्य रॉय है। आदित्य मर्चेंट नेवी में इंजीनियर हैं। वे ऐश्वर्या की फिल्म 'दिल का रिश्ता' के सह-निर्माता भी रहे हैं। ऐश्वर्या की प्रारंभिक शिक्षा मुंबई के आर्य विद्या मंदिर हाईस्कूल से हुई। उन्होंने बारहवीं जय हिंद कॉलेज और आगे की पढ़ाई डीजी रूपारेल कॉलेज से की। वो नृत्य में भी पारंगत हैं। बचपन में पांच साल तक रियाज कर नृत्य की तपस्या की।
 
ऐश्वर्या ने 2007 में अमिताभ-जया के पुत्र अभिनेता अभिषेक बच्चन से शादी की। दोनों से एक संतान है आराध्या। यह शादी हिंदू रीति-रिवाज से हुई। 1997 में मणिरत्नम की फिल्म 'इरूवर' से अभिनय की दुनिया में कदम रखने वालीं ऐश्वर्या को फिल्म 'ताल' में सशक्त भूमिका के लिए पसंद किया गया। देवदास उनकी ऐसी फिल्म है जिसे 2002 के कांस फिल्म समारोह में दिखाया गया। टाइम पत्रिका ने इसे मिलेनियम की 10 सर्वश्रेष्ठ फिल्मों में रखा। इस फिल्म को 10 फिल्म फेयर पुरस्कार मिले। इसमें ऐश्वर्या को दूसरी बार सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का फिल्म फेयर पुरस्कार भी शामिल है।

 
इसके बाद वो फिल्म 'दिल का रिश्ता' और 'कुछ न कहो' में आईं। मगर यह फिल्में कुछ खास नहीं कर पाईं। फिर 'खाकी' आई। यह भी कोई करिश्मा नहीं कर पाई। 2005 में आई फिल्म 'बंटी और बबली' का एक गाना 'कजरा रे कजरा रे' बहुत लोकप्रिय हुआ। इसके बाद आई 'उमराव जान'। यह फिल्म खास कमाल तो नहीं कर सकी लेकिन ऐश्वर्या की भूमिका को सराहा गया। धूम 2 को जरूर लोगों ने पसंद किया। इस फिल्म में रितिक और ऐश्वर्या की जोड़ी ने परदे पर आग लगा दी। 2007 में वो 'गुरु' में अभिषेक बच्चन के साथ दिखाई दीं। फिल्म को वैश्विक प्रशंसा जरूर मिली पर बॉक्स ऑफिस ने निराश किया। ऐसी ही एक फिल्म 'रावन' है। यह भी पिट गई। ससुर अमिताभ बच्चन ने इस फिल्म की तारीफ की थी और फिल्म न चल पाने का दोष एडिटिंग को दिया। 2010 में भंसाली की 'गुजारिश' में वो फिर रितिक रोशन के साथ नजर आईं पर बॉक्स ऑफिस पर यह फिल्म औंधे मुंह गिर गई।

 वह कैमलीन पेंसिल, पेप्सी, कोका कोला, टाइटन, लोरियल, लकमे कॉस्मेटिक्स, पालमोलिव, लक्स, नक्षत्र डायमंड ज्वैलरी, कल्याण ज्वैलर्स के विज्ञापन कर चुकी हैं। वह सलमान खान के बेहद करीब रह चुकी हैं। 1999 से शुरू यह सिलसिला 2001 में टूट गया। ऐश्वर्या ने सलमान पर गालियां देने और हाथ उठाने का इलजाम जड़ा। करीब आठ साल बाद सलमान ने सफाई में कहा- उन्होंने आजतक किसी औरत पर हाथ नहीं उठाया।
 
इस अभिनेत्री ने शाहरुख खान के साथ भी कई फिल्में की हैं। मगर शाहरुख की कामयाब फिल्म 'कुछ-कुछ होता है' को खुद छोड़ा था। आखिर में यह रोल रानी मुखर्जी की झोली में गिरा। …और 'कुछ कुछ होता है' तब की सबसे अधिक कमाई करने वाली फिल्म बनी

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर  पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें…)

Exit mobile version