नई दिल्ली: रूस-यूक्रेन संकट के चलते भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) की लॉन्चिग पहले टाल दी गई थी। फिलहाल, इसका साइज छोटा करके अगले दो हफ्तों में सरकार इसको लॉन्च करने की योजना बना रही है। सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
सूत्रों के मुताबिक रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते विदेशी निवेशकों के रुझान में कमी को देखते हुए एलआईसी के आईपीओ का साइज 40 फीसदी कम किया जा सकता है। सरकार अब इस आईपीओ से 30 हजार करोड़ रुपये जुटाने की कोशिश कर रही है जबकि पहले एलआईसी के आईपीओ का आकार 63 हजार करोड़ रुपये रहने का अनुमान लगाया गया था।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सरकार पहले एलआईसी में 7 फीसदी हिस्सेदारी बेचना चाहती थी, लेकिन घरेलू शेयर बाजार में जारी बिकवाली और विदेशी निवशकों की मांग में कमी को देखते हुए अब इसमें 5 फीसदी तक हिस्सेदारी बेच सकती है। इसके बावजूद एलआईसी का आईपीओ भारतीय इतिहास का सबसे बड़ा आरंभिक सार्वजनिक निर्गम होगा।
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उल्लेखनीय है कि पहले एलआईसी का आईपीओ मार्च में लॉन्च होने वाला था लेकिन मौजूदा रूस-यूक्रेन संकट की वजह से इसको टाल दिया गया गया था। हालांकि, सरकार के पास एलआईसी का आईपीओ लाने के लिए 12 मई, 2022 तक का वक्त है। अगर सरकार 12 मई तक एलआईसी का आईपीओ नहीं ला पाती है तो उसे दिसंबर तिमाही के नतीजे के साथ सेबी के पास फिर नये कागजात दाखिल करने होंगे।
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