पंजाब क्राइम

Punjab: पंजाब में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़, गोला-बारूद सहित 2 गिरफ्तार

Punjab-Police-Lashkar-terrorist चंडीगढ़ः पंजाब पुलिस ने केंद्रीय एजेंसियों के साथ एक संयुक्त अभियान में दो आतंकवादियों की गिरफ्तारी के साथ लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) समर्थित आतंकी मॉड्यूल (terrorist module) का भंडाफोड़ किया है। आतंकी मॉड्यूल को लश्कर-ए-तैयबा का सक्रिय सदस्य फिरदौस अहमद भट्ट संभाल रहा है। गिरफ्तार किए गए आतंकियों की पहचान उजैर उल हक और राज मोहम्मद अंदलीब के रूप में की गई है, दोनों जम्मू-कश्मीर से हैं। पुलिस ने उनके कब्जे से दो आईईडी, दो हथगोले, दो मैगजीन के साथ एक 30 बोर पिस्तौल, 24 कारतूस, आठ डेटोनेटर, एक टाइमर स्विच और चार बैटरी भी बरामद कीं।

आतंकियों की बड़ी साजिश नाकाम

पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने शनिवार को कहा कि सुरक्षा बलों की इस कार्रवाई ने सीमावर्ती राज्य में संभावित आतंकवादियों की नापाक साजिश को नाकाम कर दिया। डीजीपी यादव ने कहा कि खुफिया सूचना के बाद कि पंजाब सीमा का इस्तेमाल लश्कर-ए-तैयबा द्वारा हथियारों और विस्फोटकों की एक बड़ी खेप की तस्करी के लिए किया जा रहा था, खेप को बरामद करने के लिए कैथू नंगल के इलाके में उनके दो सदस्यों को गिरफ्तार किया गया था। जैसी कि उम्मीद थी, पुलिस ने केंद्रीय एजेंसियों के साथ मिलकर इलाके में एक विशेष अभियान चलाया और दोनों आरोपियों को हथियारों की खेप के साथ गिरफ्तार कर लिया। ये भी पढ़ें..एनजीटी की गाइडलाइंस के मुताबिक होंगे विकास के काम, डीएम ने बैठक में दिए ये निर्देश

कई बड़ी हस्तियोां था निशाने पर

उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि आरोपियों को फिरदौस अहमद भट्ट ने आतंकवादी संगठन में भर्ती किया था। आतंकवादी संगठन इनका इस्तेमाल जम्मू-कश्मीर और पंजाब में शांति और सद्भाव को बिगाड़ने के लिए रणनीतिक महत्व के स्थानों और प्रमुख हस्तियों को निशाना बनाने के लिए करने की योजना बना रहा था। डीजीपी ने आगे कहा कि दोनों आरोपी विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से भट्ट के साथ लगातार संपर्क में थे। गुरुवार को उसने इन्हें हथियारों की खेप लेने और कश्मीर घाटी लाने के लिए अमृतसर भेजा था। सहायक महानिरीक्षक सुखमिंदर सिंह मान ने कहा कि यह भी पता चला है कि आरोपी उजैर उल हक, जो भट्ट का रिश्तेदार है, को पहले कुलगाम जिले में पथराव से संबंधित दो मामलों में गिरफ्तार किया गया था। जबकि राज मोहम्मद अंदलीब का कोई पिछला आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है। उन्होंने कहा कि लश्कर-ए-तैयबा के पूरे आतंकवादी नेटवर्क का पता लगाने के लिए आगे की जांच की जा रही है और खेप के स्रोत का पता लगाने का भी प्रयास किया जा रहा है। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)