नई दिल्लीः बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Tejashwi-Yadav) को मुश्किले बढ़ती जा रही है। तेजस्वी यादव को लैंड फॉर जॉ घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय ( ईडी) ने तलब किया है। तेजस्वी मंगलवार को दिल्ली में ईडी के समक्ष पेश हो सकते हैं। ईडी ने सीबीआई की प्राथमिकी के आधार पर प्रिवेंशन आफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत मामला दर्ज किया है।
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इससे पहले उनकी बहन और राज्यसभा सदस्य मीसा भारती से ईडी के अफसर पूछताछ कर चुके हैं। इस घोटाले में ईडी ने अब तक 600 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग के साबुत मिलने का दावा किया जा रहा है। ईडी के मुताबिक तेजस्वी यादव (Tejashwi-Yadav) के पास अपराध से बनाई गई संपत्तियों में से 350 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति है। इसके अलावा 250 करोड़ रुपये बेनामी लोगों के माध्यम से लालू यादव के परिवार के पास आए थे। आरोप है कि लालू प्रसाद यादव के रेलमंत्री रहते हुए रेलवे के कई जोन में हुई नियुक्तियों के लिए लोगों से नौकरी के बदले जमीन ली गई।
जानें क्या है नौकरी के बदले जमीन घोटाला
यह कथित घोटाला उस समय हुआ जब लालू प्रसाद कांग्रेस नीत केंद्र की यूपीए-1 सरकार में रेल मंत्री थे। आरोप है कि 2004-09 की अवधि के दौरान भारतीय रेलवे के विभिन्न क्षेत्रों में समूह ‘D’ पदों पर विभिन्न व्यक्तियों को नियुक्त किया गया था और इसके बदले में संबंधित व्यक्तियों ने तत्कालीन रेल मंत्री प्रसाद के परिवार के सदस्यों को और इस मामले में लाभार्थी कंपनी ‘एके इंफोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड’ को अपनी जमीन हस्तांतरित की थी।
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