कानपुरः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खादी ग्रामोद्योग को बढ़ाने के साथ-साथ टेक्सटाइल पार्क (Textile Park) इंजीनियरों को अपना व्यवसाय स्थापित करने के लिए 1 करोड़ रुपये का ऋण दे रहे हैं और इस पर 75 प्रतिशत की सब्सिडी दे रहे हैं। यह बात उत्तर प्रदेश के खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री राकेश सचान ने शनिवार को राष्ट्रीय श्रम कल्याण केंद्र सेंट्रल पार्क शास्त्री नगर, कानपुर में उत्तर प्रदेश खादी एवं ग्रामोद्योग की 15 दिवसीय मंडल स्तरीय प्रदर्शनी का उद्घाटन करने के बाद कही।
महिलाओं को मिलेगा रोजगार
उन्होंने कहा कि योगी सरकार हरदोई में कपड़ा कारोबार के लिए एक हजार एकड़ जमीन भी उपलब्ध कराने जा रही है। जिससे युवाओं को रोजगार मिलेगा। वर्तमान में केंद्र सरकार महात्मा गांधी के सपनों को साकार करने के लिए हथकरघा उद्योग के विस्तार के लिए लगातार प्रयास कर रही है। इस रोजगार से गांधीजी का सपना साकार होगा। हमारे देश के ग्रामीण इलाकों में महिलाओं को रोजगार मिलेगा।
उन्होंने बताया कि कच्चा माल उपलब्ध कराने के लिए रायबरेली में नया प्लांट लगाया जा रहा है। ताकि राज्य में हथकरघा उद्योग से जुड़े लोगों को सामान आसानी से उपलब्ध हो सके। मैंने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि यदि रायबरेली में दो इकाइयां स्थापित हो जाएं तो प्रदेश के कारीगरों को अधिक मात्रा में कच्चा माल मिलने लगेगा।
राज्य सरकार ने हथकरघा के साथ-साथ सौर ऊर्जा चालित चरखे की भी योजना शुरू की है। हालाँकि, देश के प्रधानमंत्री की इच्छा है कि हथकरघा उद्योग घरेलू महिलाओं को अधिक लाभ प्रदान करेगा और उनके लिए घर बैठे रोजगार पैदा करेगा। जिसके चलते केंद्र सरकार हथकरघा उद्योग पर ज्यादा फोकस कर रही है।
खादी को बढ़ावा दे रही सरकार
उन्होंने कहा कि सरकार खादी एवं ग्रामोद्योग को बढ़ावा देने के लिए जिला स्तर पर प्रदर्शनियां आयोजित करने के लिए धनराशि उपलब्ध कराने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। उत्तर प्रदेश अब एक अच्छे राज्य से सर्वश्रेष्ठ राज्य की ओर बढ़ गया है। खादी ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा हर साल राज्य के सभी मंडलों में 15 दिवसीय प्रदर्शनी का आयोजन किया जाता है।
इस प्रदर्शनी का उद्देश्य उत्पादकों एवं समूहों को अच्छा बाजार उपलब्ध कराना तथा उनकी आय में वृद्धि करना है। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के वे लोग जो स्व-रोजगार करते हैं और अपने उत्पादों का प्रचार-प्रसार करने में सक्षम नहीं हैं, उन्हें इस प्रदर्शनी के माध्यम से बिक्री के साथ-साथ प्रचार-प्रसार का भी अवसर मिलता है। हमें खादी को बढ़ावा देने के लिए इसका उपयोग करना चाहिए। सरकार ने खादी को बढ़ावा देने और लोगों को रोजगार मुहैया कराने के लिए कई योजनाएं बनाई हैं। जिसमें सरकार द्वारा विभिन्न श्रेणियों में अनुदान दिया जा रहा है। सरकार की कोशिश है कि खादी का उत्पादन बढ़े और लोगों को ज्यादा से ज्यादा रोजगार मिले।
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कैबिनेट मंत्री राकेश सचान ने सरकारी ऋण लेकर अपना उद्योग स्थापित कर अच्छा उत्पादन करने वाली सोनी शर्मा को प्रथम स्थान आने पर 15 हजार रुपये तथा औरैया की सपना को द्वितीय स्थान आने पर 12 हजार रुपये तथा फर्रुखाबाद की छात्रा को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। दुग्ध उत्पाद तैयार करने पर प्रवीण को 10 हजार रुपये का पुरस्कार दिया गया। कार्यक्रम में संभाग स्तरीय पुरस्कार भी वितरित किये गये तथा प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, मुख्यमंत्री ग्रामोद्योग रोजगार योजना, मुख्यमंत्री माटी कला रोजगार योजना के हितग्राहियों को स्वीकृति एवं वितरण पत्र भी वितरित किये गये।
इस मौके पर मुख्य अतिथि सुरेंद्र मैथानी ने कहा कि प्रदेश सरकार लघु उद्योगों को तेजी से बढ़ावा दे रही है। कई युवाओं का ऐसे अवसरों का लाभ उठाने का रुझान भी तेजी से बढ़ रहा है। प्रदर्शनी में कानपुर की गौशाला में तैयार किये गये उत्पाद भी प्रदर्शित किये गये। दुकानदारों को जमीन मुफ्त में दी गई है। इस प्रदर्शनी का खूब प्रचार-प्रसार होना चाहिए। ताकि शहर के लोग यहां आकर खादी से बने कपड़े खरीद सकें। खादी के कपड़े दूसरों से कहीं बेहतर होते हैं।
उक्त कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि विधायक विधानसभा क्षेत्र गोविंद नगर सुरेंद्र मैथानी, अध्यक्ष खादी फेडरेशन सुरेश गुप्ता, सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य खादी ग्रामोद्योग अभय कुमार त्रिपाठी, क्षेत्रीय ग्रामोद्योग अधिकारी कानपुर मंडल कानपुर अशोक कुमार शर्मा, मनोज शुक्ला, राजीव द्विवेदी, समस्त कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
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