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kuno National Park: ‘सड़ा मांस खाने से नहीं हुई चीतों की मौत’, मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक ने दी सफाई

भोपाल: देश में विलुप्त हो रहे चीतों के पुनर्वास के उद्देश्य से केंद्र सरकार द्वारा चीता प्रोजेक्ट के तहत नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से लाए गए 20 चीतों को मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क (kuno National Park) में रखा गया था, लेकिन यहां बीते चार माह में आठ चीतों की मौत हो चुकी है। इसे लेकर चीतों की निगरानी कर रहे वन अमले पर सवाल उठ रहे थे।

रविवार को देश के एक जाने-माने अखबार में खबर छपी कि कूनो में सड़ा मांस खिलाने से चीतों की मौत हुई है। इसे लेकर वन विभाग ने सफाई दी है। प्रदेश के मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक असीम श्रीवास्तव ने सोमवार को मीडिया को बताया कि 20 अगस्त 2023 को कतिपय समाचार पत्रों में प्रकाशित समाचार ”सड़ा मांस खाने से चीतों की मौत” तथ्यहीन एवं असत्य है।

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उन्होंने स्पष्ट किया है कि क्वारेंटाइन बोमा में चीतों को भोजन के रूप में भैंस के शव का मांस दिया जाता है। जिन शवों का मांस चीतों को दिया जाता है, उन्हें एक निश्चित अवधि के लिए अलग रखा जाता है। जिस दिन चीतों को भोजन देना होता है, उसी दिन इन जानवरों का ताजा मांस कूनो के वन्य जीव चिकित्सकों द्वारा परीक्षण के बाद ही निर्धारित समय-सारणी और मात्रा के अनुसार दिया जाता है। उल्लेखनीय है कि कूनो पार्क प्रबंधन (kuno National Park) द्वारा 80 गांवों में बनाए गए 400 से अधिक चीता मित्र लगातार चीता संरक्षण में पार्क प्रबंधन को सहयोग करते हैं। चीता मित्र द्वारा पार्क प्रबंधन को लगातार सहयोग किया जा रहा है।

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