कुल्लूः हिमाचल के कुल्लू जिले में मणिकर्ण घाटी के कालगा गांव में सोमवार देर रात भयंकर अग्निकांड हुआ। मणिकर्ण घाटी के बरशेनी गांव में हुए भयंकर अग्निकांड में डेढ़ करोड़ रुपये की संपति राख के ढेर में तब्दील हो गई है। आग के कारण 5 परिवारों के सिर से छत छिन्न गई है। सुबह 10 बजे के बाद भी आग को शांत करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
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बता दें कि घटना सोमवार मध्यरात्रि पौने 2 बजे तब हुई जब बरशेनी के साथ लगते कालगा गांव में आग की लपटें उठने लगी। देखते ही देखते आग ने भयंकर रूप धारण कर लिया। आग ने एक के बाद एक तीनों लड़की के मकानों को अपनी चपेट में ले लिया। आग की लपटें देख ग्रामीण मौका पर इकट्ठा हो गए व आग पर काबू पाने का प्रयास शुरू कर दिया। वहीं सूचना के बाद पुलिस व अग्निशमन दल भी मौका पर पहुंच गया व पानी की बौछारों से आग की लपटों को शांत करने में जुट गए लेकिन मकानों में लकड़ी का इस्तेमाल अधिक होने के कारण आग शांत नहीं हो पा रही थी। जब तक की आग पर काबू पाया गया काष्ठकुणी शैली के बने मकान पूरी तरह से नष्ट हो चुके थे।
कमांडेंट होमगार्ड निश्चिंत सिंह नेगी ने बताया कि आग के कारण केसर सिंह पुत्र देवी सिंह के 10 कमरे का मकान, टिक्कम दासी पत्नी स्व खेवा राम का 6 कमरों का तथा तीसरा मकान प्यारे सिंह, बौद्ध राज व हरदेव पुत्र गण सिंह के मकान आग से नष्ट हो गए हैं। शुरुआती जांच से पता चला है कि आग के कारण करीब 1 करोड़ 60 लाख रुपये का नुकसान हुआ है। राजस्व विभाग की टीम नुकसान का जायज़ा लेने पहुंच गई है। आग के कारणों का पता लगाने का पुलिस प्रयास कर रही है।
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