काली कमाई का कुबेर निकला कार्यपालक अभियंता, घर में बोरियों में मिली नकदी

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पटनाः भ्रष्टाचार के खिलाफ नीतीश सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत भ्रष्ट लोक सेवकों के ठिकानों पर विशेष निगरानी इकाई (एसवीयू) की कार्रवाई लगातार जारी है। शुक्रवार को समस्तीपुर के करोड़पति सब रजिस्ट्रार मणि रंजन के ठिकानों को खंगालने के बाद शनिवार को एसवीयू की टीम ने पटना के मसौढ़ी अनुमंडल में तैनात ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता अजय कुमार सिंह की काली कमाई से अर्जित की गई दौलत देख खुद एसवीयू की टीम दंग रह गई। एसवीयू ने अजय कुमार सिंह के राजधानी पटना के इन्द्रपुरी रोड नम्बर-7 स्थित आवास की तलाशी ली तो यहां बोरियों में ठूंस-ठूंसकर भरे नोटों की गड्डियां बरामद की गई हैं। इतना ही नहीं, किलो के हिसाब से सोने-चांदी के गहनों के अलावा बैंकों, पोस्ट ऑफिस और अन्य वित्तीय संस्थानों में की गई लाखों के निवेश के दस्तावेज के साथ जमीन के कई प्लाट की खरीद के कागजात भी एसवीयू के हाथ लगे हैं।

काली कमाई से धनकुबेर बने इस अभियंता के घर से बोरियों में भरकर रखे गए कुल 95 लाख रुपये की नकदी, एक किलो, 295 ग्राम सोने के जेवरात, चांदी की तीन ईंटों सहित चांदी के 12 किलोग्राम वजन के आभूषण बरामद की गई है। इतना ही नहीं, इस भ्रष्ट अभियंता के घर की तलाशी में बैंकों के एक-दो नहीं बल्कि कुल 20 पासबुक भी एसवीयू के हाथ लगे हैं। जिनमें जमा राशि की गणना की जा रही है। इस अभियंता के नाम पर राजधानी पटना में कुल 12 स्थानों पर जमीन, फ्लैट की खरीद से संबंधित डीड एग्रीमेंट और पटना के बैरिया में 40 लाख रुपये कीमत की जमीन के कागजात बरामद किये गए हैं। इसके अलावा इस कार्यपालक अभियंता के पास से कुल सात वाहनों के कागजात भी मिले हैं, जिसमें स्कॉर्पियो, टीयूवी 300 जैसे चरपहिया और दोपहिया वाहन शामिल हैं। एसवीयू के सूत्रों का कहना है कि छापेमारी के दौरान अपनी संपत्ति को जब्त होता देख कार्यपालक अभियंता अजय कुमार सिंह निगरानी विभाग के अधिकारियों के सामने फफक कर रोने लगा। निगरानी की ओर से देर शाम तक कार्यपालक अभियंता के ठिकानों की तलाशी जारी थी। साथ ही काली कमाई के स्रोतों और उसके अन्य परिसम्पत्तियों के बारे में छानबीन की जा रही है।

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उल्लेखनीय है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ बिहार सरकार का में हल्ला बोल जारी है। विभिन्न एजेंसियां लगातार एक्शन मोड में हैं। निगरानी विभाग की टीम हो या स्पेशल निगरानी हो, या फिर आर्थिक अपराध इकाई, ये सभी एजेंसियां लगातार कार्रवाई कर रही हैं। शनिवार की सुबह निगरानी की टीम डीएसपी एस के मउआर के नेतृत्व में कार्यपालक अभियंता अजय कुमार सिंह के मकान में जब छापेमारी करने पहुंची तो हैरान रह गई। पटना के पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र के इंद्रपुरी इलाके में रोड नंबर-7 में कार्यपालक अभियंता ने चार मंजिला आलीशान मकान बना रखा है। दरअसल, निगरानी विभाग ने कार्यपालक अभियंता अजय कुमार सिंह के खिलाफ आय से अधिक महज 86 लाख रुपये का केस दर्ज किया था। लेकिन जब उनके ठिकानों पर शनिवार सुबह छापेमारी की गई तो खुद निगरानी विभाग भी इस अभियंता की काली कमाई को देख हतप्रभ रह गया। क्योंकि बरामद की गई संपत्ति निगरानी विभाग के आकलन से कई गुना अधिक पायी गई है।

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