कोलकाताः नबी जयंती पर राजधानी कोलकाता के इकबालपुर थाना अंतर्गत मोमिनपुर इलाके में भड़की हिंसा (Kolkata violence) में अब तक 38 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इनके पास से बड़ी संख्या में देसी और पेट्रोल बम बरामद किए गए हैं। कोलकाता पुलिस के संयुक्त आयुक्त (अपराध) मुरलीधर शर्मा ने सोमवार को बताया कि क्षेत्र में हालात तनावपूर्ण होने की जानकारी मिलते ही पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गए थे। पुलिस बल ने तुरंत कार्रवाई की और उन सभी घरों में पुलिसकर्मियों ने दबिश दी, जहां से हमले हो रहे थे।
ये भी पढ़ें..Budget: सरकार आज से शुरू करेगी 2023-24 के बजट की कवायद, एक माह चलेगा मंथन
38 लोग गिरफ्तार
शर्मा ने बताया कि हिंसा (Kolkata violence) में शामिल 38 लोगों की शिनाख्त कर उनकी गिरफ्तारी की गई है, जबकि बड़ी संख्या में देसी और पेट्रोल बम, बम बरामद किए गए हैं। गिरफ्तार लोगों से पूछताछ कर उनके अन्य साथियों के बारे में पता लगाया जा रहा है और पूरे इलाके के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जा रहा है। इन फुटेज के माध्यम से तनाव फैलाने वालों की शिनाख्त करने और उन्हें गिरफ्तार करने की कोशिश हो रही है। उन्होंने बताया कि फिलहाल इलाके में हालात तनावपूर्ण लेकिन काबू में है। पूरे क्षेत्र में पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है।
शुभेंदु अधिकारी ने अमित शाह को लिखा पत्र
इसके अलावा हिंसा ग्रस्त इलाके का सोमवार सुबह जायजा लेने पहुंचे भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजुमदार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिय है। भाजपा ने इस गिरफ्तारी के खिलाफ कोलकाता पुलिस मुख्यालय लालबाजार मार्च का आह्वान किया है। उधर मोमिनपुर इलाके में नबी जयंती को लेकर दो समुदायों के बीच उत्पन्न तनाव और हिंसा को लेकर नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है। उन्होंने इसकी प्रति राज्यपाल ला गणेशन को भी भेजी है, जिसमें केन्द्र से हस्तक्षेप का अनुरोध कर राज्य में केंद्रीय बलों की तैनाती की मांग की है।
शुभेंदु ने अपने पत्र में लिखा है कि 24 घंटे से लगातार रुक रुक कर हिंसा होती रही। योजनाबद्ध तरीके से हिंदू समुदाय के घरों में आगजनी, तोड़फोड़, बमबारी और पथराव होते रहे लेकिन पुलिस हालात को संभालने और कड़ी कार्रवाई के बजाय खबर को दबाने में जुटी हुई थी। उन्होंने प्रशासन की विफलता को रेखांकित करते हुए कहा है कि अगर केन्द्र सरकार हस्तक्षेप नहीं करेगी तो जान माल की सुरक्षा नहीं हो सकेगी। उन्होंने तत्काल इस मामले का संज्ञान लेकर कार्रवाई की मांग की है और जोर देकर कहा है कि बंगाल में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल की तैनाती होनी चाहिए।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)