जानिए कौन हैं एन.वी. रमना, जिन्हें बनाया जा सकता है देश का अगला चीफ जस्टिस

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नई दिल्ली: भारत के चीफ जस्टिस एस.ए. बोबडे ने केंद्र सरकार से जस्टिस एन.वी. रमना को सुप्रीम कोर्ट के अगले चीफ जस्टिस के रूप में नियुक्त करने की सिफारिश की है। चीफ जस्टिस बोबडे 23 अप्रैल को रिटायर हो रहे हैं।

जस्टिस रमना को 17 फरवरी, 2014 को सुप्रीम कोर्ट में नियुक्त किया गया था। जस्टिस रमना 24 अप्रैल को मुख्य न्यायाधीश का पदभार संभालेंगे। इस बारे में एक सूत्र ने बताया, चीफ जस्टिस बोबडे ने केंद्र को एक पत्र भेजकर न्यायमूर्ति रमना को अगले मुख्य न्यायाधीश के रूप में पुष्टि की है।

चीफ जस्टिस के रूप में जस्टिस रमना का कार्यकाल 16 महीने से अधिक का होगा। कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने जस्टिस बोबडे को पत्र भेजकर उनकी सिफारिश मांगी थी। सरकार ने चीफ जस्टिस से उनके उत्तराधिकारी की सिफारिश करने के लिए कहा था।

आंध्र प्रदेश से वकील के तौर पर शुरू किया करियर

आंध्र प्रदेश के रहने वाले एन.वी रमना वर्ष 2000 में आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट में स्थायी जज के तौर पर चुने गए थे। फरवरी, 2014 में सुप्रीम कोर्ट के जज के तौर पर नियुक्ति से पहले वह दिल्ली हाई कोर्ट में थे। 63 वर्षीय नुथालपति वेंकेट रमना ने 10 फरवरी, 1983 से अपने न्यायिक करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने आंध्र प्रदेश से वकील के तौर पर शुरुआत की थी।

45 साल से ज्यादा का है न्यायिक अनुभव, संवैधानिक मामलों के जानकार

इसके बाद उन्होंने आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट, आंध्र प्रदेश एडमिनिस्ट्रेटिव ट्राइब्यूनल के अलावा सुप्रीम कोर्ट में भी वकालत की थी। उन्होंने संवैधानिक, आपराधिक और इंटर-स्टेट नदी जल बंटवारे के कानूनों का खास जानकार माना जाता है। करीब 45 साल का लंबा अनुभव रखने वाले एनवी रमना सुप्रीम कोर्ट के कई अहम फैसले सुनाने वाली संवैधानिक बेंच का हिस्सा रहे हैं।

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उच्च न्यायपालिका के सदस्यों की नियुक्ति के संचालन की प्रक्रिया के अनुसार, “भारत के मुख्य न्यायाधीश के लिए नियुक्ति सर्वोच्च न्यायालय के सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश की होनी चाहिए जो इस कार्यालय के लिए सबसे उपयुक्त माने जाते हैं।”