फतेहाबादः अखिल भारतीय किसान सभा (All India Kisan Sabha) जिला कमेटी फतेहाबाद ने सरकार से ओलावृष्टि व भारी बारिश से फसलों को हुए नुकसान की विशेष गिरदावरी करवाने तथा तुरंत मुआवजा जारी करने की मांग की है। सभा का कहना है कि फतेहाबाद जिले के साथ-साथ पूरे हरियाणा में पिछले 48 घंटों में लगातार हुई बारिश व ओलावृष्टि के कारण जिले के दर्जनों गांवों में फसलों को भारी नुकसान हुआ है।
अचानक बारिश से खिले चेहरेः Kisan Sabha
किसान सभा की टीम ने फतेहाबाद के आसपास के कई गांवों का दौरा कर नुकसान का आकलन किया। इसमें सामने आया कि ओलावृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों में गेहूं सहित अधिकांश फसलों को 100 प्रतिशत नुकसान हुआ है। किसान सभा ने कहा कि कई महीनों के बाद हुई इस बारिश का किसानों को बेसब्री से इंतजार था।
खासकर गेहूं, सरसों, सब्जियां, गन्ना, हरा चारा व अन्य सभी फसलों को इस समय बारिश की जरूरत थी। दो-तीन दिन पहले जब मौसम में कुछ बदलाव हुआ और हल्की बारिश शुरू हुई तो किसानों के चेहरे खिल उठे, लेकिन शुक्रवार दोपहर को अचानक काले बादल छा गए और तेज बारिश के साथ ओलावृष्टि शुरू हो गई। इस भारी ओलावृष्टि के कारण पूरे जिले के विभिन्न हिस्सों में दर्जनों गांवों में खेतों व सड़कों पर बर्फ की 3 से 6 इंच मोटी परत जम गई, जिससे सभी फसलों को भारी नुकसान हुआ है। ओलावृष्टि से प्रभावित क्षेत्र में गेहूं, सब्जियां, सरसों व हरे चारे की फसलें पूरी तरह से नष्ट हो गई हैं।
पूरी तरह से नष्ट हो गईं फसलें
किसान सभा तहसील प्रधान पतराम ढाणी ईशर ने बताया कि फतेहाबाद खंड के कई गांवों में सभी फसलें पूरी तरह से नष्ट हो गई हैं। किसान सभा प्रधान विष्णु दत्त शर्मा ने कहा कि हरियाणा सरकार फतेहाबाद जिले के सभी प्रभावित गांवों की विशेष गिरदावरी के आदेश जारी करे और किसानों को नष्ट हुई फसलों का 50 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा दिया जाए।
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उन्होंने जिला उपायुक्त से भी अपील की कि वे नुकसान का आकलन करने के लिए तुरंत कृषि अधिकारियों को प्रभावित क्षेत्रों में भेजें तथा वर्तमान स्थिति में किसानों के बीच जाकर नुकसान का गंभीरता से आकलन करें तथा भविष्य के लिए योजना तैयार करें।
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