Khanauri Mahapanchayat: पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर शनिवार को किसान महापंचायत हुई। यहां किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने स्ट्रेचर से किसान महापंचायत को संबोधित करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने उनसे कहा था कि आपकी जान जरूरी है, तो उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से कहा कि यह सच है कि जान जरूरी है लेकिन वह किसान नेता हैं और उन्हें उन सात लाख किसानों के परिवारों की चिंता है जिन्होंने आत्महत्या की।
Khanauri Mahapanchayat: किसान न करें आत्महत्या इसलिए कर रहे आंदोलन
वह चाहते हैं कि भविष्य में कोई किसान आत्महत्या न करे। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित कमेटी ने माना है कि देश में चार लाख किसानों ने आत्महत्या की है लेकिन असलियत में यह आंकड़ा सात लाख है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को यह जान लेना चाहिए कि किसान इस मोर्चे को जीतेंगे और केंद्र सरकार उन्हें किसी भी हालत में हरा नहीं सकती। चाहे वह कितनी भी कोशिश कर ले।
सिर्फ पंजाब नहीं पूरे देश की लड़ाईः डल्लेवाल
जब उन्होंने आमरण अनशन करने का फैसला किया तो उन्हें बताया गया कि यह काम बहुत कठिन है लेकिन वह इसे कठिन काम बताकर इस लड़ाई से पीछे नहीं हट सकते।
उन्होंने कहा कि जब पुलिस उन्हें लेने आई तो हरियाणा और पंजाब से सैकड़ों युवाओं ने आकर मोर्चा संभाल लिया। किसी भी हालत में अस्पताल में भर्ती होने की बजाय वह किसानों की इस लड़ाई में शहादत स्वीकार करेंगे। उन्होंने कहा कि जब दिल्ली में आंदोलन हुआ और तीनों कानून रद्द हुए तो दूसरे राज्यों के किसान नेताओं ने कहा कि पंजाब तीनों कानून रद्द करवाकर ही वापस जा रहा है।
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उन्होंने कहा कि हमने तब भी कहा था कि पंजाब किसी को धोखा नहीं दे सकता। आज पंजाब लड़ रहा है। अब सभी राज्यों के हर शहर में मोर्चे खोले जाने चाहिए ताकि केंद्र सरकार को भी लगे कि यह लड़ाई सिर्फ पंजाब की नहीं बल्कि पूरे देश की है और पूरे देश के किसान एमएसपी चाहते हैं।
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