शिमलाः हिमाचल विधानसभा के मुख्य प्रवेश द्वार पर खालिस्तान का झंडा व आपत्तिजनक देश विरोधी नारे लगाए जाने की घटना के बाद खालिस्तान समर्थक गुरपतवंत सिंह पन्नू (Khalistani supporter Pannu) के खिलाफ हिमाचल पुलिस ने रेड कॉनर्र नोटिस जारी किया है। इसके साथ ही इंटरपोल को पत्र भी लिखा है। इसके अलावा हिमाचल पुलिस जल्द चार्जशीट तैयार कर कोर्ट में पेश करेगी। बता दें कि पन्नू खालिस्तानी समर्थक (Khalistani supporter Pannu) है और सिख फॉर जस्टिस नाम संगठन चलाता है। भारत में इस संगठन की गतिविधियां पूरी तरह बैन हैं। पन्नू अक्सर भड़काऊ बयानबाजी के वीडियो जारी करता है।
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हिमाचल पुलिस की तरफ से सोमवार देर शाम जारी जानकारी में कार्रवाई की पुष्टि की गई है। पुलिस मुख्यालय के मुताबिक पन्नू द्वारा विदेश में बैठकर सोशल मीडिया एवं आधुनिक संचार तकनीकों के माध्यम से आम जनता, पत्रकारों एवं जनप्रतिनिधियों के मोबाइल नंबरों एवं उनके सोशल मीडिया खातों में भ्रामक एवं धमकी भरे संदेश पूर्व में भी प्राप्त हुए थे। इसके तहत जुलाई 2021 के आखिरी सप्ताह में उसने प्रदेश के कुछ लोगों, पत्रकारों एवं जनप्रतिनिधियों को एक मिनट का रिकार्ड किया संदेश उनके मोबाइल नंबरों पर प्रेषित किया था, जिसमें उसने 15 अगस्त को भारतीय तिरंगा न फहराने देने की धमकी दी थी और समर्थकों को प्रलोभन देकर इस कार्य का करने के लिए उकसाया था।
इसी प्रकार के एक अन्य संदेश में सरकार को किसान विरोध कानून के लिए जिम्मेदार ठहराया था और हिमाचल प्रदेश के लोगों को 15 अगस्त के दिन घर पर ही रहने की धमकी दी थी। इस संदर्भ में प्रदेश द्वारा राज्य गुप्तचर विभाग के साइबर अपराध थाना शिमला में पुन्नू के खिलाफ आईपीसी और आईटी एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत केस पंजीकृत किया गया था। इस केस की जांच के दौरान पन्नू के द्वारा भेजे गए आडियो संदेश की आवाज का सपेक्ट्रम राज्य न्यायालिक विज्ञान प्रयोगशाला जुन्गा द्वारा विश्लेषण किया गया, जिसमें संदिग्ध आवाज पन्नू की पाई गई।
अन्वेषण के दौरान इंटरनेट प्रोटोकॉल का विश्लेषण करने पर तथ्य सामने आए कि ये संदेश यूएसए से एक वेब एप्लिकेश का उपयोग करते हुए प्रेषित किए गए थे। ऐसे में उसके खिलाफ इंटरपोल की मदद से रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया जा रहा है। इस बीच सिख फॉर जस्टिस की तरफ से एक ताज़ा मेल व ऑडियो संदेश मीडिया में जारी हुआ है। इसमें प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से सीखने और खालिस्तान समर्थक सिख फॉर जस्टिस के साथ संघर्ष शुरू न करने की सलाह दी है।
साथ ही मोहाली पुलिस मुख्यालय पर धमाके की घटना का जिक्र करते हुए चेताया है कि इस तरह का हमला शिमला में भी हो सकता था। मेल में सिख फ़ॉर जस्टिस की ओर से कहा गया है कि ऑपरेशन ब्लूस्टार के 38 वें वर्ष के दौरान जून में पांवटा साहिब से प्रो खालिस्तान समूह हिमाचल प्रदेश में खालिस्तान जनमत संग्रह के लिए मतदान की तारीख की घोषणा करेगा।
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