कठुआः जेल के ताले टूट गए, हमारे साथी छूट गए। इस नारे से कठुआ (Kathua) जेल का परिसर शनिवार देर रात गूंज उठा। मौका था सरोवर टोल प्लाजा आंदोलन में हिरासत में लिए गए युवा राजपूत सभा के सदस्यों की जेल से रिहाई का। आख़िरकार यूटी सरकार को जम्मू संभाग के डोगरों के आगे झुकना पड़ा और देर रात युवा राजपूत सभा के सभी सदस्यों को कठुआ जेल से रिहा कर दिया गया।
सरोवर टोल प्लाजा आंदोलन में गिरफ्तार युवा नेताओं की रिहाई की मांग को लेकर जम्मू बंद का आह्वान किया गया था। बंद का असर कठुआ में भी देखा गया, जहां विभिन्न संगठनों ने युवा नेताओं की रिहाई की मांग को लेकर रोजाना प्रदर्शन किया। इसके चलते प्रशासन और सरकार पर दबाव को देखते हुए शनिवार रात पुलिस ने हिरासत में लिए गए 20 से ज्यादा युवा नेताओं को रिहा कर दिया।
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युवक की रिहाई के बाद कठुआ (Kathua) के मुख्य शहीदी चौक पर खुशी की लहर दौड़ गई। शहीदी चौक पर अनशन पर बैठे तीन युवकों को शांति गिरिजी महाराज समेत शहर के लोगों ने अनशन समाप्त कराया। शांति गिरी जी महाराज ने सरकार को धन्यवाद देते हुए कहा कि सरकार ने रिहाई की मांग पूरी कर दी है, लेकिन टोल को लेकर लड़ाई जारी रहेगी।
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