Kasthuri Shankar: साउथ की मशहूर अभिनेत्री कस्तूरी शंकर को तेलुगु समुदाय पर आपत्तिजनक टिप्पणी करना भारी पड़ गया है। तमिलनाडु में तेलुगू भाषी लोगों के खिलाफ कथित तौर पर अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में अभिनेत्री कस्तूरी शंकर को शनिवार को हैदराबाद में गिरफ्तार कर लिया गया।
साउथ की मशहूर अभिनेत्री कस्तूरी ने हिंदू मक्कल काची के एक कार्यक्रम में एक टिप्पणी की, जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी के तमिलनाडु के राष्ट्रीय सह प्रभारी डॉ. पोंगुलेटी सुधाकर रेड्डी ने नाराजगी जताते हुए अभिनेत्री से माफी मांगने को कहा था। उन्होंने कहा कि कस्तूरी की टिप्पणी तमिलनाडु के लोगों के बीच सौहार्दपूर्ण माहौल को खराब करने का प्रयास है और वसुधैव कुटुंबकम के सिद्धांत के खिलाफ है।
Kasthuri Shankar को अपमानजनक टिप्पणी करना पड़ा भारी
तेलुगू लोगों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में अभिनेत्री कस्तूरी को चेन्नई पुलिस ने साइबराबाद से गिरफ्तार किया है। तेलुगू समुदाय के खिलाफ कथित तौर पर अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया था और 14 नवंबर को मद्रास हाईकोर्ट ने उन्हें अग्रिम जमानत देने से इनकार कर दिया था।
Kasthuri Shankar को हैदराबाद से किया गया अरेस्ट
अभिनेत्री कस्तूरी को चेन्नई पुलिस ने हैदराबाद से गिरफ्तार किया। तेलुगू समुदाय के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। वहीं, 14 नवंबर को मद्रास हाईकोर्ट ने उन्हें अग्रिम जमानत देने से इनकार कर दिया और कहा कि अभिनेत्री का बयान नफरत फैलाने वाले भाषण जैसा है। कोर्ट ने कहा कि सार्वजनिक हस्तियों को सार्वजनिक मंच पर इस तरह के मुद्दे को संबोधित करने से पहले हमेशा दो बार सोचना चाहिए।
ये भी पढ़ेंः- Hina Khan: कैंसर को भूल मालदीव में जलपरी बनीं हिना खान, लहरों से खेलती दिखीं…VIDEO वायरल
Kasthuri Shankar ने कही थी ये बात
उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा कि तेलुगु लोग प्राचीन काल में राजाओं की सेवा करने वाली महिलाओं के वंशज हैं। उनके इस बयान के बाद तेलुगु लोगों का गुस्सा भड़क गया। हालांकि, उन्होंने सोशल मीडिया पर सफाई दी कि उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है।
कस्तूरी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा था कि मुझे किसी भी अनजाने गलतफहमी के लिए खेद है। सद्भाव के हित में, मैं 3 नवंबर को दिए गए अपने भाषण में तेलुगु के सभी संदर्भों को वापस लेती हूं। उन्होंने लिखा कि मैं दोहराती हूं कि मेरी राय कुछ व्यक्तियों के संदर्भ में थी और व्यापक तेलुगु समुदाय को निर्देशित नहीं थी। इस विवाद ने दुर्भाग्य से उस भाषण में मेरे द्वारा उठाए गए अधिक महत्वपूर्ण बिंदुओं से ध्यान भटका दिया है।