दूसरे वर्षगांठ पर वैदिक मंत्रोच्चार से गूंजा श्री काशी विश्वनाथ धाम, हुआ महारूद्राभिषेक

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Kashi Vishwanath Dham procession anniversary

Kashi Vishwanath Dham, वाराणसीः श्री काशी विश्वनाथ धाम के उद्घाटन की दूसरी वर्षगांठ पर बुधवार को परिसर में वैदिक मंत्रोच्चार की गूंज रही। सुबह से ही धाम परिसर में वेद मंत्रोच्चारण के साथ विभिन्न अनुष्ठान शुरू हो गए। डमरूदल की ध्वनि और तुरही की ध्वनि के बीच प्रदेश के पूर्व मंत्री और शहर दक्षिणी विधायक डॉ. नीलकंठ तिवारी समेत मंदिर न्यास परिषद के सदस्यों ने पवित्र पूजन कर महारुद्राभिषेक किया। पूजा-अर्चना के बाद भक्तों के बीच प्रसाद का वितरण भी किया गया। धाम की वर्षगांठ पर परिसर के त्रंबकेश्वर हॉल में एक सेमिनार का आयोजन किया गया। स्थापना दिवस पर सुबह से ही बाबा की मंगला आरती के साथ दर्शन-पूजन का सिलसिला शुरू हो गया।

भव्य लोक उत्सव जुलूस

जयंती के अवसर पर शिव बारात समिति एवं राज्य संस्कृति विभाग के संयुक्त बैनर तले मैदागिन से लोक उत्सव जुलूस निकाला गया। शोभा यात्रा में साधु-संतों के साथ ही धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधि और नागा साधुओं ने पूरे उत्साह के साथ हिस्सा लिया।

मैदागिन से लेकर दशाश्वमेध स्थित चितरंजन पार्क तक की झांकी में भगवान शंकर और माता पार्वती के रूप में कलाकारों की मनमोहक प्रस्तुति, मां काली का उग्र नृत्य, भगवान के विभिन्न रूप, चंद्रयान का मॉडल, अयोध्या में हो रहे राम मंदिर के नव निर्माण की झांकी शामिल थी। बिल की झांकी, पारंपरिक बैंड बाजा, ढोल तासा और ढोल की थाप पर श्रद्धालुओं का नृत्य श्रद्धालुओं के बीच आकर्षण का केंद्र बना रहा।

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जुलूस के दौरान मार्ग में जगह-जगह लोग भगवान की प्रतिमाओं पर पुष्प वर्षा करते रहे। ज्ञानवापी चौराहे पर गेट नंबर चार के पास खड़े श्रद्धालुओं ने जुलूस का स्वागत किया। शिव बारात की तर्ज पर निकली इस बारात में 10 झांकियों के जरिए काशी विश्वनाथ धाम की कहानी और केंद्र सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी गई। शोभा यात्रा में शामिल होने के लिए श्रद्धालुओं में होड़ मची रही।

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