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Karwa Chauth: करवा चौथ पर मेंहदी लगवाते समय रखें दिशाओं का विशेष ध्यान, नहीं तो होंगे गंभीर परिणाम

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Karwa Chauth 2023, लखनऊः हिंदू धर्म में करवा चौथ का खास महत्व है। इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए अखंड सौभाग्य का व्रत रखती हैं। यह त्यौहार हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है। पंचांग के अनुसार इस साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि 31 अक्टूबर को रात 09:30 बजे शुरू होगी और अगले दिन 1 नवंबर को रात 09:19 बजे समाप्त होगी। इसलिए इस बार करवा चौथ का व्रत 1 नवंबर को रखा जाएगा। हिंदू परंपरा में, विवाहित महिलाएं अपने पति की लम्बी उम्र की कामना में करवा चौथ पर व्रत रखती हैं। इस पर्व को मनाने के लिए महिलाओं में काफी उत्साह रहता है।

करवा चौथ की तैयारियों में जुटी महिलाएं

इस पर्व को लेकर विवाहित महिलाएं कई दिन पहले से ही तैयारियां शुरू कर देती हैं। इस अवसर पर सुहागिन सोलह श्रंगार करने के साथ हाथों में मेहंदी भी लगाती हैं। यदि आप भी करवा चौथ का व्रत रखने जा रही हैं या पहली बार रख रहीं हैं तो आपने भी हाथों में मेंहदी लगवाने का प्लान बनाया होगा। अपने हाथों को मेहंदी की खूबसूरत डिजाइनों से सजाना हर महिला की चाहत होती है लेकिन मेंहदी हाथा में लगवाते समय ध्यान में रखने योग्य कई महत्वपूर्ण बातें हैं। मेंहदीं लगवाते समय ज्योतिषाचार्यों का कहना है कि महिलाएं इस दौरान दिशानिर्देशों का पालन करके, यह सुनिश्चित कर सकती हैं कि उनका भविष्य आनंद और संतुष्टि से परिपूर्ण होगा।

एक नवंबर को मनाया जाएगा करवा चौथ

हिन्दू मान्यताओं के अनुसार करवा चौथ का त्योहार उन महिलाओं के लिए बहुत महत्व रखता है जो शादीशुदा हैं। जबकि अविवाहित कन्याएं भी मनपसंद वर के लिए करवा चौथ पर व्रत रखती हैं। यह एक वार्षिक उत्सव है जो कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी के दिन मनाया जाता है। यानी दीपावली से करीब 12 दिन पहले इस त्यौहार को मनाने की प्रथा चली आ रही है। इस त्योहार के दौरान महिलाएं अपने पति की सलामती और लंबी उम्र के साथ-साथ अच्छे भाग्य के लिए व्रत रखती हैं।

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इस वर्ष, करवा चौथ बुधवार, 1 नवंबर, 2023 को मनाया जाएगा। यह त्योहार मुख्य रूप से विवाहित महिलाओं द्वारा मनाया जाता है। आजकल फिल्मों का असर कहें या आधुकनिकता की दौड़ ऐसा देखा जा रहा है कि कई बड़े शहरों में अविवाहित लड़कियां भी अपने वांछित भावी जीवनसाथी के लिए उपवास करके वृत रख रही हैं। इस मौके पर प्रत्येक महिला दुल्हन की तरह सजती-संवरती हैं और हाथों पर मेहंदी लगाती हैं। हालांकि करवा चौथ के दिन मेहंदी लगाते समय कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। तो आइए जानते हैं कि करवाचौथ के दिन मेहंदी लागते किन बातों का रखना होगा ध्यान….

मेहंदी लगवाते समय इन बातों का रखें ध्यान

ज्योतिषाचार्यों के अनुसार करवा चौथ पर मेहंदी लगवाते समय अपना मुंह उत्तर या पूर्व दिशा की ओर रखना ही शुभ माना जाता है। यह दिशा सर्वोत्तम मानी जाती है। ऐसा करने से घर में सुख-समृद्धि आएगी। मेहंदी लगाते समय व्रत करने वाले व्यक्ति का मुंह दक्षिण दिशा की ओर बिल्कुल नहीं होना चाहिए।

मेंहदी लगवाने वाला स्थान साफ सुथरा हो

हिन्दू मान्यताओं के अनुसार मेहंदी लगवाते समय जिस स्थान पर मेंहदी लगवाई जा रही हो उस स्थान की साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। अशुद्ध स्थान पर बैठकर मेहंदी लगवाने से बचना चाहिए। इसके अलावा, मेंहदी लगवाने के लिए जिस स्थान का आपने चुनाव किया है ध्यान देना चाहिए कि वहां पर रोशनी की अच्छी व्यवस्था होनी चाहिए। अंधेरी या कम रोशनी वाली जगहों पर मेहंदी नहीं लगवानी चाहिए।

काली मेंहदी से बचें

ज्योतिष शास्त्र विवाहित महिलाओं को हरे और लाल रंग के कपड़े पहनने की सलाह देता है। हरा रंग प्रकृति का प्रतीक है। करवा चौथ पर भूलकर भी काली मेहंदी न लगाएं। ऐसा माना जाता है कि आपके हाथों पर लगी प्राकृतिक मेहंदी जितनी गहरी होगी, आपका रिश्ता उतना ही मजबूत होगा।

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