बेंगलुरु : कर्नाटक पुलिस आंध्र प्रदेश की तर्ज पर राज्य भर में कैदियों द्वारा चलाए जा रहे फ्यूल पंप स्टेशन स्थापित करने पर विचार कर रही है। जेल विभाग के सूत्रों ने बुधवार को इसकी पुष्टि की। विभाग ने राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों से सटे पांच राज्य जेलों के परिसरों में पेट्रोल पंप स्टेशन खोलने का प्रस्ताव पहले ही भेज दिया है। इस प्रोजेक्ट को लागू करने के बाद जेल विभाग इसे अन्य जगहों पर भी शुरु करेगा। सूत्रों ने कहा कि कर्नाटक के अतिरिक्त डीजीपी जेल आलोक मोहन ने इस प्रोजेक्ट पर विचार किया।
ये भी पढ़ें..J&K: कश्मीरी पंडित सुनील भट्ट की हत्या में शामिल आतंकी का…
सूत्रों ने बताया कि पहले चरण में बेंगलुरु के परप्पना अग्रहारा सेंट्रल जेल, मैसूरु की सेंट्रल जेल, बल्लारी, बेलागवी और धारवाड़ में पंपिंग स्टेशन खोले जाएंगे। यहां आधा एकड़ जमीन पहले ही चिन्हित की जा चुकी है। शिवमोग्गा, कलबुर्गी और विजयपुरा सेंट्रल जेल में भी बाद के चरणों में पेट्रोल पंप स्थापित किए जाएंगे। विभाग को उम्मीद है कि इस परियोजना से कारागार विभाग को वित्तीय प्रोत्साहन मिलने के साथ-साथ कैदियों को भी लाभ होगा। कारागार विभाग का मकसद जेलों के बाहरी क्षेत्र में खाली पड़ी जमीनों का उपयोग करना है, जो कि राजमार्गों के बेहद करीब है।
जेल विभाग खाली पड़ी जमीन का व्यावसायिक उपयोग करना चाहते हैं। मौजूदा समय में, 26 फ्यूल स्टेशन आंध्र प्रदेश और तेलंगाना राज्यों में विभाग के माध्यम से कैदियों द्वारा चलाए जा रहे हैं। कर्नाटक जेल विभाग के अधिकारी प्रोजेक्ट पर स्टडी करने के लिए दोनों राज्यों में गए हैं। सूत्रों ने बताया कि रिसर्च के बाद प्रस्ताव सरकार को भेजा गया है।
अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक औरट्विटरपर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें…