Kanwar yatra: स्वाती सिंह ने कहा- दुकानों पर नाम लिखने से बढ़ेगा भाईचारा…

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लखनऊः कुछ लोग जो सिर्फ विभाजन के सहारे अपनी राजनीति चमकाना चाहते हैं, उन्हें अब दुकानों पर नाम लिखने में भी विभाजनकारी प्रयास नजर आ रहे हैं। यह हर व्यक्ति का अधिकार है कि वह तय करे कि उसे किसकी दुकान से सामान खरीदना है। इससे लूटपाट भी कम होगी। ग्राहकों को पता चल जाएगा कि उन्होंने किसकी दुकान या ठेले से सामान खरीदा है। इससे भाईचारा और भी बढ़ेगा। यह बातें पूर्व मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता स्वाती सिंह ने कहीं।

मनमोहन सरकार ने बनाया था नियम

उन्होंने कहा कि अगर कोई व्यक्ति किसी का धर्म जान लेगा तो क्या वह उसका दुश्मन हो जाएगा? यह घिनौनी सोच है। इसके विपरीत अगर किसी ने बिना नाम जाने दुकान खरीद ली और बाद में उसे झूठ का पता चले तो उसके मन में नफरत पैदा होगी। हर दुकान पर मालिक का नाम लिखने का नियम भी मनमोहन सिंह सरकार के समय बना था। भाजपा ने सिर्फ इसे लागू करने का काम किया है।

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कांग्रेस को करना चाहिए स्वागत

स्वाती सिंह ने कांग्रेस से पूछा कि वह बताए कि उन्होंने नियम सिर्फ फाइलों में रखने के लिए बनाए हैं। यह नियम बनने के बाद ही लागू होना चाहिए। कांग्रेस को इसका स्वागत करना चाहिए। अब कोई भी देख सकता है कि किसी व्यक्ति का धर्म जानकर किसी स्थान पर नहीं जाना चाहिए। विपक्ष इस बात को हवा दे रहा है कि हिंदुओं को दूसरे धर्म के लोगों के यहां खरीदारी नहीं करनी चाहिए। स्वाती सिंह ने कहा कि विपक्ष धर्म और जाति के नाम पर भड़काकर एक वर्ग विशेष को भड़काने का काम कर रहा है। हकीकत यह है कि धार्मिक यात्रा पर जाने वाले लोगों का धर्म से कोई लेना-देना नहीं होता। जब वे सामने वाले व्यक्ति के धर्म को अच्छी तरह से जानकर उसके यहां जाएंगे तो उनमें और भी ज्यादा प्रेम उमड़ेगा।

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