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कानपुर सेंट्रलः खुदाई में निकले शिवलिंग, लिपटा दिखा नाग-नागिन का जोड़ा, दर्शन को लगी भीड़

कानपुरः सेंट्रल रेलवे स्टेशन के कैंट साइड निर्माण कार्य के दौरान हो रही खुदाई में मंगलवार को शिवलिंग जैसे तीन प्राचीन पत्थर मिले। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि जब शिवलिंग निकले तो नाग और नागिन का जोड़ा शिवलिंग में लिपटे हुए थे। भारी भीड़ देख नाग और नागिन फुसकारते हुए जमीन में कहीं भाग निकले। प्राचीन शिवलिंग की जानकारी होते हुए उमड़ी भीड़ हर-हर महादेव के जयघोष करने लगी। मौके पर पहुंचे आरपीएफ, जीआरपीएफ और रेलवे के अधिकारियों ने कार्य को रोक दिया और पुरातत्व विभाग को जानकारी दी।

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शिवलिंग में लिपटा था नाग-नागिन का जोड़ा

दरअसल कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर आरपीएफ थाना के पास करीब एक वर्ष से एस्केलेटर व पैदल पुल निर्माण का कार्य चल रहा है। बीते कई दिनों से वहां खुदाई हो रही है और मंगलवार को भी ठेकेदार मजदूरों से खुदाई करवा रहा था। इसी दौरान मजदूरों को मिट्टी में एक शिवलिंग दिखा, थोड़ा और खोदा गया तो अगल बगल दो और शिवलिंग दिखे। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो जिस दौरान मिट्टी से शिवलिंग निकला उस दौरान नाग और नागिन का जोड़ा शिवलिंग में लिपटा हुआ था। यह देख लोग अचंभित हो गये और तेजी से चहुंओर खबर फैल गई। कुछ लोगों ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर भी वायरल कर दिया।

खुदाई का काम रूका

शिवलिंग निकलने की जानकारी पर भारी भीड़ जुटने लगी और लोग हर हर महादेव का जयघोष करने लगे। सूचना पर जीआरपी और आरपीएफ के साथ रेलवे के अधिकारी मौके पर पहुंचे और ठेकेदार से काम बंद करने का निर्देश दे दिये। जीआरपी इंस्पेक्टर आरके द्विवेदी ने बताया कि काम को रुकवा दिया गया है और आसपास के क्षेत्र में बैरिकेटिंग कर दी गई है। मामले की जानकारी आलाधिकारियों को दे दी गई है साथ ही पुरातत्व विभाग को भी जानकारी दी गई है।

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सदियों पुराने शिवलिंग होने की संभावना

खुदाई के दौरान जिस प्रकार का वहां पर आकार मिला उससे यह आशंका जताई जा रही है कि यहां पर सदियों पुराना शिव मंदिर रहा होगा। चर्चा यह भी हो रही है कि ब्रिटिश काल से पूर्व के ये शिवलिंग होंगे। हालांकि इसकी सही जानकारी पुरातत्व विभाग ही दे पाएगा। आरपीएफ इंस्पेक्टर ने बताया कि पुरातत्व विभाग को पत्र लिखा जाएगा, फिलहाल मौखिक जानकारी दे दी गई है। पुरातत्व विभाग अध्ययन करके पूरी जानकारी देगा, तभी आगे का निर्माण कार्य करवाया जाएगा।

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