Home फीचर्ड शिवराज के आरोपों पर कमलनाथ का पलटवार, बोले- सवालों से भागकर आप...

शिवराज के आरोपों पर कमलनाथ का पलटवार, बोले- सवालों से भागकर आप भगोड़े CM बनते जा रहे हैं

भोपाल: मध्य प्रदेश की राजनीति में इन दिनों वादों और वचनों को लेकर सियासी खींचतान तेज हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पिछले कुछ समय से अपने पिछले चुनावों के वादों को दोहरा रहे हैं, तो वहीं सरकार बनने पर एक बार फिर उन्हें पूरा करने का वादा कर रहे हैं। जिस पर मुख्यमंत्री शिवराज उन्हीं वादों को लेकर कांग्रेस को घेर रहे हैं और सवाल पूछ रहे हैं।  इधर, मुख्यमंत्री के सवालों का जवाब देते हुए कमलनाथ उन पर भी सवालों के बौछार कर रहे हैं।

इसी क्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को एक बार फिर कमलनाथ से सवाल किया और कहा कि वोट लेने के लिए कांग्रेस और कमलनाथ जी झूठ बोलकर जनता को गुमराह करते हैं। मैंने अब तक 10 सवाल पूछे हैं लेकिन उन्होंने एक का भी जवाब नहीं दिया। कमलनाथ जी आपने किसानों के लिए नई सामाजिक सुरक्षा पेंशन शुरू कर एक हजार रुपये देने का वादा किया था। पेंशन किसे मिली? आपने जनता को धोखा दिया है। उधर, मुख्यमंत्री के चेहरे और बयानों को लेकर कांग्रेस में खींचतान पर तंज कसते हुए मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि सूत ना कपास, जुलाहों में लट्ठमलट्ठा.. कांग्रेस ने पहले हाथ मिलाओ अभियान चलाया, अब कमलनाथ को भगाने का काम चल रहा है। कांग्रेस नेता एक के बाद एक सामने आ रहे हैं। कमलनाथ जी स्वयंभू मुख्यमंत्री बन रहे हैं।

यह भी पढ़ें-PMLA मामले में सुप्रीम कोर्ट से पत्रकार राणा अय्यूब को नहीं मिली राहत,…

सवालों से भागकर आप भगोड़े सीएम बन रहे हैं : कमलनाथ

उधर, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि शिवराज चौहान सवालों से भागकर मध्य प्रदेश की जनता की नजरों में भगोड़े मुख्यमंत्री बन रहे हैं। आप बीजेपी को ऐसी स्थिति में लाना चाहते हैं कि कहा जाए- हम तो डूबेंगे सनम, तुम्हें भी ले डूबेंगे। सवाल पूछते हुए कमलनाथ ने कहा कि अगर आपकी आंखों में आंसू हैं तो जनता के सवाल का जवाब दीजिए, आपने उच्च गुणवत्ता वाले बीज रियायती दरों पर देने का वादा किया था कि सूरजधारा और अन्नपूर्णा योजना में हर जाति के सीमांत और छोटे किसानों को शामिल किया जाएगा और उच्च गुणवत्ता वाले बीज रियायती दरों पर उपलब्ध कराए जाएंगे। आपने सभी को जोड़ा नहीं बल्कि अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के उन किसानों को भी वंचित कर दिया जिन्हें पहले इस योजना का लाभ मिल रहा था। क्या कोई उत्तर है?

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)

Exit mobile version