Thursday, November 14, 2024
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Homeप्रदेशKolkata doctor rape murder case: शिथिल होकर भी सुलग रही चिंगारी

Kolkata doctor rape murder case: शिथिल होकर भी सुलग रही चिंगारी

कोलकाताः आरजी कर अस्पताल में डॉक्टर के साथ हुए दुष्कर्म और हत्या के बाद पश्चिम बंगाल में व्यापक जनांदोलन शुरू हो गया था। तीन महीने पहले हुई इस घटना के बाद जूनियर डॉक्टरों ने सुरक्षा और न्याय की मांग को लेकर आंदोलन शुरू किया था, जो धीरे-धीरे सरकार के साथ टकराव में बदल गया और कई अन्य मुद्दे उठाए, जो अभी भी जारी हैं।

Kolkata doctor rape murder case:  पूरे राज्य से मिला समर्थन

आरोपी सिविक वालंटियर संजय रॉय को गिरफ्तार किया गया था, लेकिन जांच में कथित खामियों के कारण मामला सीबीआई को सौंप दिया गया था। अभी तक सीबीआई ने सिर्फ एक व्यक्ति को दोषी ठहराया है, जबकि आंदोलनकारी और नागरिक समाज का एक वर्ग इसे अधूरा मानता है और कहता है कि इसमें और भी लोग शामिल हैं। इस घटनाक्रम में आरजी कर के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और तत्कालीन ताला थाने के प्रभारी अभिजीत मंडल को सबूत नष्ट करने के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। आंदोलन को शहर और पूरे राज्य में अभूतपूर्व समर्थन मिला।

धीरे-धीरे शांत हो दिख रहा आंदोलन

14 अगस्त को ‘महिलाओं की रात दखल’ कार्यक्रम से लेकर जनसभाओं और रैलियों में समाज के विभिन्न वर्गों ने हिस्सा लिया। कई टॉलीवुड सितारों और राजनीतिक दलों के कुछ सदस्यों ने भी आंदोलन का समर्थन किया। यहां तक ​​कि आंदोलनकारियों ने हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में भी अपनी बात रखी। इस दौरान आंदोलनकारियों द्वारा किया गया ‘देशद्रोह का कार्निवल’ चर्चित रहा, जिसमें प्रशासन और आंदोलनकारी एक दूसरे के खिलाफ खड़े हो गए।

इस घटनाक्रम में कई बार वार्ता विफल रही, क्योंकि आंदोलनकारियों की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से लाइव स्ट्रीमिंग वार्ता की मांग पर सहमति नहीं बनी। लेकिन फिर जूनियर डॉक्टरों ने स्वास्थ्य भवन के सामने से आंशिक रूप से अपनी हड़ताल वापस ले ली। बाद में डॉक्टरों ने अपना अनशन भी समाप्त कर दिया, लेकिन यह स्पष्ट कर दिया कि आंदोलन पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है।

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अब राज्य में जूनियर डॉक्टरों का आंदोलन शांत होता दिख रहा है, लेकिन राज्य का विपक्ष इसे 2026 के विधानसभा चुनाव तक जिंदा रखने की कोशिश में है, ताकि चुनाव में सत्ता विरोधी माहौल का राजनीतिक फायदा उठाया जा सके।

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