कोलकाताः भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की जयंती के अवसर पर पश्चिम बंगाल में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर करारा प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि दलितों के लिए ममता बनर्जी जिन-जिन शब्दों प्रयोग करती हैं, यह बेहद निंदनीय है। इस बार बंगाल का दलित समुदाय ममता बनर्जी को सबक सिखाएगा और बंगाल में परिवर्तन होकर रहेगा। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी की सरकार दलितों के खिलाफ काम कर रही है और शरणार्थियों को नागरिकता देने का विरोध कर रही है, लेकिन केंद्र सरकार मतुआ, नामशूद्र और राजवंशी समाज के लोग जो यहां आए हैं, उनको भारत की नागरिकता देंगे।
नड्डा बुधवार को यहां राजारहाट में डॉ. भीमराम अंबेडकर की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हम सीएए की बात करते हैं, तो स्थानीय सरकार उसका विरोध करती हैं। उन्होंने कहा कि आंबेडकर कहते थे जो दलित हैं, जो पाकिस्तान में हैं, उनको भारत लाना चाहिए और उसे यहां बसाना चाहिए। हमारे मतुआ, नामशूद्र और राजवंशी समाज के लोग यहां आए हैं। उनको भारत का नागरिक बनाना कर्तव्य भी है और जिम्मेदारी है। वर्तमान सरकार दलितों के खिलाफ काम करती है।
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नड्डा ने कहा कि ममता की सरकार दलित विरोधी काम करती है। सीतलकुची की घटना में लोग मारे गए, इसका दुख है, लेकिन दुख इस बात का भी है कि राजवंशी समाज का बेटा आनंद बर्मन पहली बार वोट डालने जा रहा था और उसकी हत्या टीएमसी के गुंडों ने कर दी, लेकिन ममता ने एक शब्द भी नहीं बोला। वर्तमान सरकार किस तरह से दलित विरोधी काम कर रही है। यह साफ है। उन्होंने कहा कि मंगलवार को ममता धरने पर बैठीं। उनको आत्मचिंतन करना चाहिए था, लेकिन एक शब्द नहीं कहा। दलितों को अनादर सूचक शब्द बोला गया, लेकिन उन्होंने विरोध में कुछ नहीं कहा। इससे साफ हो जाता है कि दलितों के प्रति उनकी क्या सोच है, लेकिन भाजपा दलितों के विकास के लिए काम करती रहेगी।