कोलकाताः दो दिवसीय दौरे पर पश्चिम बंगाल पहुंचे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने दौरे के आखिरी दिन गुरुवार को साइंस सिटी ऑडिटोरियम में प्रदेश भाजपा के बूथ स्तर से शीर्ष नेतृत्व तक के नेताओं के साथ महत्वपूर्ण सांगठनिक बैठक की। इस दौरान उन्होंने राज्य में 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान 42 में से 18 सीटों पर जीत का जिक्र करते हुए कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में यह संख्या बढ़ानी होगी। उन्होंने इसके लिए मंडल अध्यक्षों के साथ ही प्रदेश भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को बेहतर आपसी तालमेल के साथ काम करने की नसीहत दी।
गुरुवार सुबह के समय बेलूर मठ में पूजा-अर्चना के साथ दिन की शुरुआत करने के बाद दोपहर के समय साइंस सिटी ऑडिटोरियम में उन्होंने भाजपा के प्रदेश नेतृत्व के साथ बैठक में यह भी कहा कि प्रदेश नेतृत्व में आपसी कलह और एक दूसरे के बीच बेहतर कम्युनिकेशन नहीं होना पार्टी को कमजोर करने वाला है।
बंगाल के विभाजन को लेकर बयानबाजी बंद करने का निर्देशः
इसके अलावा पार्टी नेताओं की ओर से गाहे-बगाहे उठाये जाने वाले पृथक उत्तर बंगाल राज्य की मांग पर असंतोष जाहिर करते हुए भाजपा अध्यक्ष ने ऐसे नेताओं को चेतावनी देते हुए कहा कि बंगाल को बांटने के समर्थन में बयानबाजी तुरंत बंद कर देनी होगी। इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार, नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी, अमित मालवीय के अलावा प्रदेश के अन्य शीर्ष नेता भी थे। नड्डा ने कहा कि उत्तर बंगाल के लोगों की उपेक्षा को लेकर अगर किसी तरह का कोई बयान देना है तो केंद्रीय नेतृत्व या राज्य के शीर्ष स्तर के नेता बोलेंगे। अन्य नेताओं को इसपर टिप्पणी करने की जरूरत नहीं है।
बूथ सशक्तिकरण पर जोरः
बैठक में पार्टी को मजबूत बनाने के लिए बूथ स्तर पर मजबूत कार्यकर्ता तैयार करने की जिम्मेदारी 80 नेताओं को दी गई है। बूथ सशक्तिकरण अभियान के तहत राज्यभर में पार्टी एक बार फिर अपनी जड़ें जमाने की कोशिश में जुटेगी। नड्डा ने इस लक्ष्य को हासिल करने में केंद्रीय नेतृत्व से हर तरह की मदद का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में अभी दो साल बाकी है। हर एक बूथ पर जाएं और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुवाई में चल रही केंद्र सरकार की सफल योजनाओं का प्रचार लोगों के बीच करें।
विधायकों को अपने क्षेत्र में जाकर जनसंपर्क बढ़ाने की नसीहतः
नड्डा ने पिछले साल संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में पार्टी के टिकट पर जीत दर्ज करने वाले विधायकों को अधिक से अधिक जनसंपर्क करने और महीने में कम से कम पांच दिन क्षेत्र का दौरा करने को कहा है। उन्होंने विधानसभा क्षेत्र के लोगों की समस्याओं को सुनने और उसे तत्काल दूर करने के प्रयास करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि अगर किसी को जाति प्रमाण पत्र हासिल करना है या किसी अन्य तरह की समस्या है तो उसके तत्काल समाधान की कोशिश विधायकों, सांसदों, स्थानीय भाजपा नेताओं को करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन बात नहीं मानता है तो डीएम और एसपी से शिकायत करें और फिर भी बात नहीं बनती है तो आंदोलन का रास्ता अख्तियार करें। उन्होंने कहा कि बेहतर जनसंपर्क और लोगों से जुड़ाव ही भाजपा को बंगाल में सरकार गठन में मददगार बनेगा। उल्लेखनीय है कि नड्डा मंगलवार देर रात दो दिवसीय दौरे पर कोलकाता पहुंचे थे।
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