यूपी, हरियाणा और राजस्थान की संयुक्त टीम लगाएगी साइबर क्राइम पर लगाम

5

लखनऊः साइबर क्राइम रोकने के लिए अब यूपी, हरियाणा और राजस्थान की संयुक्त टीम एक साथ इन साइबर अपराधियों पर वार करेंगी। तीन राज्यों के साइबर एक्सपर्ट को मिलाकर बनाई गई इस टीम का गठन भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (14सी) के अंतर्गत किया गया है। तीन राज्यों की इस संयुक्त टीम ने साइबर अपराधियों पर नकेल कसने के लिए ऑपरेशन शुरू भी कर दिए हैं।

इस संयुक्त टीम का उद्देश्य साइबर क्राइम के लिए अपराधियों द्वारा स्थापित किए जा रहे नए साइबर क्राइम के ठिकानों को चिन्हित कर उनके पूरे खेल का पर्दाफाश करना है। इसके साथ ही देश के किस कोने में बैठ कर ये साइबर अपराधी किस तरह के साइबर अपराध को अंजाम दे रहे हैं, उसे चिन्हित कर कार्रवाई करना है। केवल इतना ही नहीं, पकड़े गए साइबर ठगों से पूछताछ के साथ ही इन तीनों राज्यों में क्राइम की रोकथाम के लिए प्रभावी रणनीति बनाना भी इसी टीम का काम होगा। माना जा रहा है कि गृह मंत्रालय द्वारा बनाए गए 14सी के अंतर्गत बनी इस टीम को राष्ट्रीय कानूनों के तहत छूट मिलेगी, जिससे यह टीम कम समय में पूरे देश में किसी भी राज्य के किसी भी स्थान पर अपने ऑपरेशन को अंजाम देने में सक्षम होगी। इस टीम में यूपी पुलिस के शीर्ष साइबर विशेषज्ञों के साथ पुलिस अधिकारियों को टीम में शामिल किया गया है।

यह भी पढ़ें-बच्चों को भी अपनी गिरफ्त में ले रहा अस्थमा, रहें सतर्क

इसके साथ ही यूपी एनसीआर के नोएडा-गाजियाबाद जिलों में अपनी जांच के लिए जरूरी संसाधन और हाईटेक बनाने की तैयारी भी जोर-शोर से शुरू कर चुका है। साइबर अपराधी यूपी के इन्हीं दो जिलों नोएडा गाजियाबाद के निवासियों को ज्यादा निशाना बनाते हैं। नवगठित टीम में शामिल पुलिस अधिकारियों की मानें तो तीन राज्यों की संयुक्त टीम कई संयुक्त छापेमारी को अंजाम दे चुकी है। इसके साथ ही और छापेमारी व कार्रवाई के लिए कई नए ठिकाने भी चिन्हित हो चुके हैं। अलग-अलग जगहों से ठगों द्वारा साइबर क्राइम के अलग-अलग पैटर्न को अंजाम दिया जा रहा है, कोशिश यह है कि जामताड़ा जैसी जगह इन तीन राज्यों में न बनें।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)