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धार्मिक स्थल के लिए प्रसिद्ध जम्मू-कश्मीर अब शिक्षण संस्थानों के लिए भी जाना जाएगा

नई दिल्ली: केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की मानें तो अपने मंदिरों के लिए प्रसिद्ध जम्मू जल्द ही अपने शिक्षण संस्थानों के लिए भी जाना जाएगा। यहां आईआईटी जम्मू में कई ऐसे कोर्स शुरू किए जा रहे हैं जो पहली बार किसी भी आईआईटी के पाठ्यक्रम का हिस्सा बनेंगे। नई शिक्षा नीति के तहत आईआईटी, आईआईएम और एम्स जम्मू में कई तरह के मल्टी डिसिप्लीनरी कोर्स शुरू किए जा रहे हैं। यहां जम्मू में नौ मेडीकल कॉलेज, 15 नसिर्ंग कॉलेज, आईआईटी, एनआईटी, आईआईएम, नि़फ्ट, आईआईएमसी, दो कैंसर इंस्टीट्यूट, पॉलीटेक्निक, बीएससी नसिर्ंग कॉलेज सरीखे संस्थान बनाए और शुरू किए जा रहे हैं।

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केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के मुताबिक आईआईटी जम्मू में जो नए कोर्स शुरू किए जा रहे हैं, उनमें टनल इंजीनियरिंग, हिमालय और पहाड़ों के सतत विकास, पहाड़ों में जि़ंदगी आसान बनाना शामिल हैं। इनके अलावा यहां वन्य-पर्यावरण संरक्षण से सम्बंधित अनेक 21वीं सदी के विषयों पर देश में पहली बार आईआईटी जम्मू में कोर्स शुरू किया जा रहा है।

केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि आने वाले समय में जम्मू मंदिरों की नगरी के अलावा शिक्षा की भी नगरी बनेगा। धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण व तकनीक युक्त शिक्षा देश के कोने-कोने तक पहुंचाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार समर्पित है। इसी कड़ी में आईआईटी जम्मू भी प्रौद्योगिक शिक्षा, नवाचार व शोध के नए आयाम स्थापित कर जम्मू-कश्मीर के सर्वांगीण विकास को मजबूती देगा।

गौरतलब है कि जम्मू में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) के नए कैंपस का उद्घाटन किया गया है। 210 करोड़ रुपए की लागत से बने आईआईटी जम्मू के नए कैंपस में छात्रों की उच्च शिक्षा के साथ-साथ अच्छे छात्रावास, जिमनेजि़यम और इंडोर गेम्स जैसी सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं। जम्मू में आईआईटी, आईआईएम और एम्स तीनों संस्थान मिलकर नए प्रकार के कोर्स की रचना करके एक दूसरे के पूरक कैसे बनेंगे, इसकी भी चिंता की गई है। सैटेलाइट कैंपस खोलकर जम्मू-कश्मीर के बच्चों की ट्रेनिंग पर भी बात हुई जिससे ज्यादा से ज्यादा जम्मू-कश्मीर के बच्चों का दाखिला आईआईटी में हो जाए।

गौरतलब है कि पहले जम्मू कश्मीर में सिर्फ चार मेडीकल कॉलेज थे, आज यहां सात नए मेडीकल कॉलेज की स्थापना हो चुकी है, पहले 500 मेडीकल की सीटें थीं, अब 2000 छात्र यहां से एमबीबीएस कर सकते हैं। बता दें कि बीते दिनों देशभर के विभिन्न आईआईटी संस्थानों में दाखिले के लिए आयोजित की गई जेईई एडवांस परीक्षा के नतीजे घोषित किए गए हैं। जेईई (एडवांस्ड) 2021 के पेपर 1 और 2 दोनों में कुल 141699 उम्मीदवार शामिल हुए। कुल 41862 उम्मीदवारों ने जेईई (एडवांस्ड) 2021 क्वालिफाई किया है। कुल क्वालिफाई में से उम्मीदवार, 6452 महिलाएं हैं।

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