रांची (Jharkhand): सुखदेवनगर थाना प्रभारी पर एक महिला को जबरन थाने बुलाकर प्रताड़ित करने का आरोप लगा है। इस मामले में कार्रवाई करते हुए एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने थाना प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया है, साथ ही इंस्पेक्टर विजय कुमार को थाना प्रभारी का प्रभार दिया गया है।
सुखदेव नगर थाना क्षेत्र के रजहाता में 11 जनवरी को रवि मिश्रा पर हुए जानलेवा हमले के मामले की जांच के लिए थाना प्रभारी रामाकांत ओझा ने महिला को पूछताछ के लिए बुलाया था। महिला साइना जबीन ने थाना प्रभारी पर आरोप लगाया है कि थाना प्रभारी ने महिला को कमरे में अकेले बुलाने के लिए उस पर दबाव डाला, साथ ही जबरन पासपोर्ट, मोबाइल और शादी का एल्बम भी जब्त कर लिया। इसके अलावा कोरे कागज पर हस्ताक्षर भी कराए गए हैं।
महिला ने की आत्महत्या करने की कोशिश
महिला ने नींद की गोली खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की। महिला ने सुसाइड नोट में लिखा है कि जांच के नाम पर थानेदार उसे जबरन घर से उठाकर थाने ले गया। सादे कागज पर हस्ताक्षर नहीं करने पर उसे रात भर थाने में रखने और झूठे ये बातें पीड़ित महिला ने सुसाइड नोट में लिखी हैं। उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। मुकदमे में फंसाने की धमकी दी गयी, साथ ही अकेले मिलने से इनकार करने पर जबरन घसीटने की भी बात कही।
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‘अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकती’
इस मामले में कई लोगों के मोबाइल फोन तो वापस कर दिये गये, लेकिन उनका पासपोर्ट, मोबाइल व फोटो बिना किसी कारण के थाना प्रभारी ने अपने पास रख लिया। उससे बेवकूफी भरे सवाल पूछे जा रहे हैं और उससे दोस्ती करने का दबाव बनाया जा रहा है। पीड़ित महिला ने लिखा है कि यह प्रशासन की विफलता को दर्शाता है और यह घटना इस बात का सबूत है कि किसी महिला की मजबूरी का फायदा कैसे उठाया जा सकता है। मैं अब यह अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकती। मेरा किसी से कोई रिश्ता नहीं है। ये आत्महत्या नहीं बल्कि मेरी हत्या है, सबको सज़ा दो। विफल प्रशासन, बेटी को मत बचाओ, साजिश रचकर बेटी को फंसाओ और मार डालो।
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