Janmashtami: कश्मीर में भाईचारे की परंपरा, हर्षोल्लास के साथ मनाया गया ‘जन्माष्टमी’ का त्यौहार

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Janmashtami-2023-in-Kashmir

श्रीनगरः भगवान कृष्ण का जन्मदिन ‘जन्माष्टमी’ (Janmashtami) गुरुवार को कश्मीर में उत्साह और उल्लास के साथ मनाया गया। रात के दौरान मंदिरों को सजाया गया और दोपहर में श्रीनगर शहर और अन्य जगहों पर कश्मीरी पंडित भक्तों द्वारा जुलूस निकाले जाने का कार्यक्रम है। स्थानीय पंडितों द्वारा परंपरागत रूप से निकाले जाने वाले ‘जन्माष्टमी’ जुलूस को ‘शोभा यात्रा’ कहा जाता है।

इस त्योहार पर माता-पिता पारंपरिक रूप से अपनी बेटियों के घर सेब, नाशपाती और अंगूर जैसे मौसमी फल भेजते हैं। डाउनटाउन श्रीनगर में, शीतलनाथ, गणपतियार, सोमायार, बट्यार और हब्बा कदल क्षेत्र के अन्य स्थानों पर मंदिरों को रोशनी और झालरों से सजाया गया है, जहां रात के दौरान प्रार्थना की जाती है और मुस्लिम पड़ोसियों द्वारा भक्तों का गर्मजोशी और स्नेह के साथ स्वागत किया जाता है।

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कश्मीर में भाईचारे की परंपरा

इससे पुरानी यादें ताजा हो गईं। भाईचारे की परंपरा जिसने सदियों से कश्मीर को प्रतिष्ठित किया है। उत्तरी कश्मीर के गांदरबल जिले में, नुनेर, वास्कुरा और अन्य स्थानों पर मुस्लिम पड़ोसी, बुजुर्ग और बच्चे अपने पंडित दोस्तों के साथ उत्सव में शामिल हुए। इस मौके पर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, अन्य राजनेताओं और सामाजिक-धार्मिक नेताओं ने स्थानीय हिंदुओं को शुभकामनाएं दी हैं।

गाजियाबाद में जन्माष्टमी की धूम

वहीं, यूपी के गाजियाबाद की बात करें तो यहां आज जन्माष्टमी (Janmashtami) का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है। कई मंदिरों को सजाया गया है। आज पहले दिन से ही मंदिरों में भीड़ जुटनी शुरू हो गई। इसके साथ ही विशेष झांकियां, पूजन और कीर्तन का आयोजन किया गया। मंदिरों में सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं और श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो, इसलिए व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए पुलिस के आला अधिकारी भी मौके पर मौजूद हैं। उधर, नोएडा के इस्कॉन मंदिर में भी श्रीकृष्ण के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में भक्त जुटे हैं।

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