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लखनऊः जानकीपुरम के ऐतिहासिक पंडाल ने तोड़ा रिकॉर्ड

लखनऊ: शारदीय नवरात्रि की शुरुआत 15 अक्टूबर से शुरू हुई थी। इस अवसर पर शहर के प्रमुख मंदिरों से लेकर बस्तियों के पार्कां तक पूजा-अर्चना का सिलसिला निरंतर नवमी तक चला। नवरात्रि पर शहर के तमाम मंदिरों को सजाया गया, जबकि पूजा समितियों ने इस बार ऐतिहासिक पंडाल बनाकर सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। कहीं झांकियों ने लोगों को लुभाया तो कहीं पर आयोजित भजन गायकों ने भक्तिरस घोलकर पर्व को और पावन कर दिया। सबसे मोहक पंडाल और झांकी जानकीपुरम दुर्गा पूजा की रही। बताया जाता है कि यह पंडाल इस बार दुनियाभर के पंडालों का रिकॉर्ड तोड़ रहा है।

राम लीला का हुआ भव्य आयोजन

वैसे तो लखनऊ में कई दशकों पहले से नवरात्रि को बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता रहा है। इस मौके पर बक्शी का तालाब के चंद्रिका देवी मंदिर में दूर-दूर से भक्त पहुंचते रहे हैं। शहर के कई और मंदिरों में भी भक्तिपूर्ण उत्साह बना रहता है। लेकिन मंदिरों से बाहर भी मां दुर्गा की पूजा का अद्भुत समायोजन देखने को मिलता रहा है। अब इसको और भव्यता के साथ मनाया जाने लगा है। हर साल रेलवे कॉलोनी पानदरीबा, रेलवे कॉलोनी केकेसी में दुर्गा जी की पूजा के लिए पंडाल लगाए जाते हैं। इस बार भी यहां मूर्ति रखकर पूजा का सिलसिला चला। आशियाना में कई स्थानों पर पंडाल लगाए गए। श्रीश्री दुर्गापूजा समिति की ओर से एलडीए कॉलोनी में जागरण कराया गया, जबकि वीआईपी रोड नहरिया से सटे मोहल्लों ने भव्य पंडाल लगाकर पूजा-अर्चना कराई। यहां रामलीला का भी आयोजन किया गया। कृष्णानगर के मेट्रो स्टेशन के पास गणेश चतुर्थी का उत्सव धूमधाम से मनाया गया था।

पहले भी लगे कई पंडाल

अब यहां दुर्गा पूजा का उत्सव मनाया जा रहा है। नितरोज शाम और सुबह की आरती भी की जा रही है। गोमतीनगर के मिठाईवाला चौराहा में बीते साल की तरह जागरण कराया गया। बड़ी संख्या में लोगों ने यहां प्रसाद गृहण किया। गणेशगंज और अमीनाबाद के अलावा राणाप्रताप चौराहा से लेकर राजेंद्र नगर तक पुल के नीचे एरिया में कई स्थानों पर दुर्गा प्रतिमाएं रखी गईं थीं। यहां सभी धर्मां के लोगों ने कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग किया। रविंद्र पल्ली क्षेत्र में दुर्गा पंडाल बनाकर नए संसद भवन का लुक आकर्षण का केंद्र बना तो कठौता झील, सहारा स्टेट और राजाजीपुरम में मीना बेकरी तथा डीब्लॉक में भव्य दुर्गा पंडाल सजाया गया। गोमती नगर के शहीद पथ स्थित सीएमएस स्कूल के प्लेग्राउंड पर भी दुर्गा पंडाल लोगों को लुभाता रहा। यह भी पढ़ेंः-नवरात्र की सप्तमी तिथि पर खुला माता का पट, दर्शन के लिए उमड़े श्रद्धालु ज्यादातर स्थानों पर 19 तारीख से पूजा-अर्चना शुरू हो गई थी। लाटूस रोड स्थित मॉडल हाउस, आनंदनगर और ऐशबाग के मोतीनगर स्थित अग्रवाल कॉलेज में दुर्गा पूजा के दौरान बड़ी संख्या में भक्त पहुंचे। इसके अलावा एक और सबसे महंगे दुर्गा पंडाल की चर्चा इन दिनों जोरों पर है। बताया जाता है कि इसे गिनीज बुक वर्ल्ड ऑफ द रिकॉर्ड में शामिल कर लिया गया है। इसे जानकीपुरम स्थित इंजीनियरिंग कॉलेज के पास बनाया गया है। इसमें मथुरा के प्रेम मंदिर की झलक मिलती है। इस दुर्गा पूजा पंडाल को चार माह से बनाया जा रहा था। दावा किया गया कि यह पंडाल दुनिया का सबसे ऊंचा दुर्गा पूजा पंडाल है। इसकी ऊंचाई 136 फीट है। 47,210 वर्ग फूट में बनाए गए इस पंडाल में लगभग 55-70 लाख रूपये का खर्च आया है। अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)