श्रीनगरः जम्मू-कश्मीर में पिछले 24 घंटों के दौरान आसमान में बादल छाए हुए है। मौसम विभाग ने बुधवार को अगले दो दिनों के लिए भारी बारिश व बाढ़ के खतरे की चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग के एक बयान में कहा गया है, ”जम्मू क्षेत्र के अधिकांश स्थानों और घाटी के अनंतनाग, कुलगाम क्षेत्र में बारिश हो रही है। जम्मू क्षेत्र के रियासी जिले के कटरा में 24 घंटे में 315.4 मिमी बारिश हुई। ”यह 1980 के बाद सबसे ज्यादा है। इससे पहले 31 जुलाई 2019 को 292.4 मिमी बारिश हुई थी।
जम्मू-कश्मी में भारी बारिश का अलर्ट
अगले 3-4 घंटों तक जम्मू और कश्मीर क्षेत्रों में बारिश जारी रहने और उसके बाद कम होने की संभावना है। 20-22 जुलाई को जम्मू क्षेत्र में कई स्थानों पर और कश्मीर क्षेत्र में अलग-अलग स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश-गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। इस सप्ताह के दौरान जम्मू क्षेत्र में कुछ इलाकों में भारी बारिश की संभावना है। विभाग ने लोगों को अलर्ट रहने और नदियों और अन्य संवेदनशील स्थानों पर न जाने की सलाह दी है।
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भूस्खलन के चलते नेशनल हाईवे बंद
जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय नेशनल हाईवे को भूस्खलन ( Landslides) और पत्थरों के गिरने के कारण बंद कर दिया गया है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी बताया कि “मिट्टी धंसने-पत्थर गिरने के कारण विभिन्न स्थानों पर नेशनल हाईवे बंद हो गया है। लोगों को बहाली का काम पूरा होने तक यात्रा न करने की सलाह दी जाती है।” ट्रैफिक पुलिस ने कहा कि जम्मू-श्रीनगर हाइवे को साफ करने का काम चल रहा है।
गौरतलब है कि जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे कश्मीर घाटी की जीवन रेखा है। यह हाईवे कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाला मुख्य सड़क मार्ग है। आवश्यक आपूर्ति लेकर कश्मीर जाने वाले भारी वाहन इसी नेशनल हाईवे से गुजरते हैं। साथ ही घाटी से फल लेकर जाने वाले ट्रक इस हाईवे से देश के बाकी हिस्सों में जाते हैं।
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