Grenade Attack in Srinagar: जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में रविवार को एक बड़ा ग्रेनेड हमला हुआ। यह हमला ऑल इंडिया रेडियो स्टेशन के बाहर सीआरपीएफ के बंकर पर किया गया। लेकिन निशाना चूक गया। इस हमले में करीब 12 नागरिक घायल हुए हैं। अधिकारियों ने बताया कि अज्ञात आतंकवादियों ने श्रीनगर शहर में टूरिस्ट रिसेप्शन सेंटर (टीआरसी) क्रॉसिंग के पास सीआरपीएफ के मोबाइल बंकर वाहन पर ग्रेनेड फेंका।
एक अधिकारी ने कहा, ‘ग्रेनेड निशाना चूक गया और सड़क पर फट गया, जिससे 12 से अधिक नागरिक घायल हो गए। घायलों को अस्पताल ले जाया गया है और तलाशी के लिए इलाके की घेराबंदी कर दी गई है। वरिष्ठ पुलिस और सीआरपीएफ अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं।’
Grenade Attack in Srinagar: संडे मार्केट में किया हमला
बता दें कि जिस जगह ग्रेनेड फटा, वहां ‘संडे मार्केट’ (गर्म कपड़े, जैकेट, बर्तन, कंबल, क्रॉकरी, जूते आदि बेचने वाले फेरीवाले) होने के कारण खरीदारों की भीड़ लगी रहती है। ग्रेनेड फटने के बाद इलाके में दहशत फैल गई और दुकानदार अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। घायलों में आठ पुरुष और एक महिला शामिल हैं। फिलहाल सभी की हालत स्थिर है।
Grenade Attack in Srinagar: सीएम उमर अब्दुल्ला ने की निंदा
उधर जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस हमले की निंदा की है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा, ‘पिछले कुछ दिनों में घाटी हमलों और मुठभेड़ों की सुर्खियों में रही है। श्रीनगर के ‘संडे मार्केट’ में निर्दोष दुकानदारों पर ग्रेनेड हमले की खबर बेहद परेशान करने वाली है। निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाने का कोई औचित्य नहीं हो सकता। सुरक्षा तंत्र को हमलों की इस लहर को जल्द से जल्द रोकने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए, ताकि लोग बिना किसी डर के अपना जीवन जी सकें।’
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हमले के एक दिन पहले मारा गया था लश्कर का शीर्ष कमांडर
बता दें कि ग्रेनेड हमले से एक दिन पहले ही श्रीनगर के खानयार इलाके में भीषण गोलीबारी में पाकिस्तानी ‘लश्कर-ए-तैयबा’ के शीर्ष कमांडर उस्मान भाई उर्फ छोटा वलीद मारा गया था और चार सुरक्षाकर्मी घायल हो गए थे। पिछले महीने आतंकवादियों ने गंदेरबल जिले के गगनगीर इलाके में एक श्रमिक शिविर पर हमला किया था, जिसमें छह बाहरी श्रमिकों और एक स्थानीय डॉक्टर की मौत हो गई थी। 25 अक्टूबर को बारामुल्ला जिले के गुलमर्ग स्की रिसॉर्ट के बोटा पाथरी इलाके में आतंकवादियों ने तीन सैन्य कर्मियों और दो नागरिक कुलियों की हत्या कर दी थी।
1 नवंबर को बड़गाम जिले के मगाम इलाके के मजहामा गांव में आतंकवादियों ने दो गैर स्थानीय लोगों पर गोलियां चलाई थीं। लगातार हो रहे आतंकी हमलों को लेकर नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने आरोप लगाया है कि ये हमले उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली राजनीतिक सरकार को अस्थिर करने के लिए किए जा रहे हैं। उन्होंने इन हमलों के लिए कौन सी एजेंसी जिम्मेदार है, इसका पता लगाने के लिए स्वतंत्र जांच की मांग की है।
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