Jammu and Kashmir elections, कठुआः चुनाव प्रचार शुरू होते ही आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो गया है। राज्य की सभी राजनीतिक पार्टियों ने विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार शुरू कर दिया है। लेकिन विकास की बातें कम और आरोप-प्रत्यारोप ज्यादा हो रहे हैं। वहीं जिला प्रशासन चुनावी साक्षरता और जागरूकता के लिए कई कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। जिसमें मतदाताओं को जागरूक किया जा रहा है ताकि वे सोच-समझकर अपना उम्मीदवार चुनें।
आरोपों से मतदाताओं पर कोई असर नहीं
ऐसे उम्मीदवार को वोट दें जो आपके क्षेत्र के विकास की बात करे। क्योंकि आज के दौर में लोगों को सिर्फ बुनियादी सुविधाओं की जरूरत है। मेहनत से ही कमाई और जीवनयापन होता है। जिला कठुआ की बात करें तो 6 विधानसभा क्षेत्रों में सभी पार्टियां मतदाताओं को लुभाने के लिए एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाती नजर आ रही हैं। पार्टियों के उम्मीदवार एक-दूसरे की निजी जिंदगी की बातें लोगों के सामने रख रहे हैं। लेकिन विकास की बात कोई नहीं कर रहा है। युवा मतदाताओं की बात करें या पहली बार मतदान करने वालों की, तो शिक्षित मतदाता हमेशा उसी को वोट देगा जो उसकी बुनियादी सुविधाओं और विकास के हित में बात करेगा।
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10 साल बाद हो रहे हैं चुनाव
उम्मीदवार एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाते नजर आ रहे हैं, लेकिन इसका मतदान या मतदाताओं से कोई लेना-देना नहीं है। क्योंकि एक दूसरे पर आरोप लगाने से देश का विकास नहीं होता, इससे सिर्फ प्रत्याशियों को अपनी भड़ास निकालने में मदद मिलती है। गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव हो रहे हैं और जनता अपने प्रत्याशी को इस आधार पर चुनती है कि पिछले 10 सालों में विभिन्न पार्टियों ने जनहित के लिए क्या-क्या किया है। वहीं अब प्रत्याशियों को भी लोकतंत्र की मर्यादा बनाए रखनी चाहिए और प्रचार के दौरान अपने या अपनी पार्टी द्वारा किए गए कामों को जनता के सामने रखना चाहिए, न कि एक दूसरे पर आरोप लगाना चाहिए।
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