Srinagar: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को श्रीनगर में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले जब मैं जम्मू-कश्मीर आया था, तो मैंने कहा था कि जम्मू-कश्मीर की बर्बादी के लिए तीन परिवार जिम्मेदार हैं। तब से दिल्ली से लेकर श्रीनगर तक ये लोग दहशत में हैं। इन तीनों परिवारों को लगता है कि कोई इनसे सवाल कैसे कर सकता है, इन्हें लगता है कि किसी भी तरह से कुर्सी हथियाना और फिर आप सबको लूटना इनका जन्मसिद्ध अधिकार है।
परिवारों के राज में युवाओं ने झेली पीड़ा
उन्होंने कहा कि इनका राजनीतिक एजेंडा जम्मू-कश्मीर के लोगों को उनके वैध अधिकारों से वंचित करना रहा है। इन्होंने जम्मू-कश्मीर को सिर्फ तशद्दुत यानी डर और इंतशार यानी अराजकता दी है। लेकिन अब जम्मू-कश्मीर इन तीन परिवारों के चंगुल में नहीं रहने वाला है। अब यहां का हमारा युवा इन्हें चुनौती दे रहा है। जिन युवाओं को इन्होंने आगे नहीं बढ़ने दिया। वही युवा अब इनके खिलाफ मैदान में उतर आए हैं। इन तीन परिवारों के राज में जम्मू-कश्मीर के युवाओं ने जो पीड़ा झेली है, वो अक्सर खुलकर सामने नहीं आती। आज घाटी के 25-30 साल के युवा शिक्षा से वंचित हैं, या फिर उन्हें कॉलेज पहुंचने में देश के बाकी हिस्सों से ज्यादा साल लग जाते हैं। ऐसा इसलिए नहीं हुआ क्योंकि जम्मू-कश्मीर के हमारे युवा फेल हो गए, बल्कि इसलिए हुआ क्योंकि कांग्रेस, एनसी और पीडीपी के तीन परिवार फेल हो गए।
अपने फायदे के लिए बच्चों का भविष्य बर्बाद कर दिया
पीएम मोदी ने कहा कि कश्मीर में जो आग लगी थी, उसे भी इन्होंने नफरत के बाजार में बेच दिया। इन लोगों ने नए स्कूल नहीं बनवाए और मौजूदा स्कूलों में आग लगाने वालों को बढ़ावा दिया और जो स्कूल बच गए, उनमें कई-कई महीने पढ़ाई नहीं हो पाई। हमारे युवा स्कूल-कॉलेज से दूर हो गए। ये तीन परिवार उनके हाथ में पत्थर थमाकर खुश होते थे। इन लोगों ने अपने फायदे के लिए हमारे बच्चों का भविष्य बर्बाद कर दिया।
पीएम मोदी ने कहा कि मैं हमारी एक और पीढ़ी को इन तीन परिवारों के हाथों बर्बाद नहीं होने दूंगा। इसलिए मैं यहां शांति बहाल करने में पूरी ईमानदारी से लगा हुआ हूं। आज देखिए, पूरे जम्मू-कश्मीर में स्कूल-कॉलेज सुचारु रूप से चल रहे हैं। बच्चों के हाथ में कलम, किताबें और लैपटॉप हैं। आज स्कूलों में आग लगने की खबरें नहीं आती हैं, बल्कि यहां नए स्कूल, कॉलेज, एम्स, मेडिकल कॉलेज, आईआईटी बनने की खबरें आती हैं।
पहली बार बिन डर के हुए मतदान
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारा लक्ष्य जम्मू-कश्मीर की तेज प्रगति है, मैं आज आपके बीच जम्मू-कश्मीर की तेज प्रगति की भावना को बढ़ाने का संदेश लेकर आया हूं। मैं देख सकता हूं कि आज कश्मीर के मेरे भाई-बहन मुझे हैप्पी पीएम कह रहे हैं। मैं उनका हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। इस समय जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र का उत्सव चल रहा है। कल ही यहां 7 जिलों में पहले दौर का मतदान समाप्त हुआ। पहली बार आतंकवाद के साये के बिना मतदान हुआ। हम सभी के लिए खुशी और गर्व की बात है कि इतनी बड़ी संख्या में लोग वोट देने के लिए अपने घरों से निकले।
पीएम मोदी ने कहा कि यहां के तीन परिवारों ने रियासत और कश्मीरियत दोनों को रौंद दिया है, वे अपने परिवार के अलावा किसी और को आगे नहीं आने देना चाहते। उन्होंने डीडीसी, बीडीसी और पंचायत के चुनाव क्यों रोक दिए। उन्हें लगता था कि इससे राजनीति में नए लोग आएंगे। ऐसे लोग जो उनके परिवार की व्यवस्था को चुनौती देंगे। उनके स्वार्थ का नतीजा यह हुआ कि यहां के युवाओं का लोकतंत्र से भरोसा उठने लगा। उन्हें लगा कि वोट दें या न दें, इन तीनों परिवारों को तो आना ही पड़ेगा। पहले के मुकाबले अब बहुत कुछ बदल गया है।
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आज देर रात तक प्रचार चल रहा है, आज लोग लोकतंत्र का जश्न मना रहे हैं। यहां के युवाओं में यह विश्वास पैदा हो गया है कि उनका वोट ही असली बदलाव ला सकता है। उन्होंने कहा कि एक समय था जब लाल चौक आना, यहां तिरंगा फहराना, जान जोखिम में डालने वाला काम था। सालों तक यहां के लोग लाल चौक आने से डरते थे। लेकिन अब तस्वीर बदल गई है। अब श्रीनगर के बाजार ईद और दिवाली दोनों की खुशियों से भरे रहते हैं। अब लाल चौक का बाजार देर शाम तक गुलजार रहता है और देश-दुनिया से पर्यटक यहां आ रहे हैं।
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