नई दिल्लीः जलियांवाला बाग नरसंहार की आज 103वीं बरसी है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को जलियांवाला बाग (Jallianwala Bagh) हत्याकांड के शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनका अद्वितीय साहस और बलिदान आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करता रहेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा, “1919 में आज ही के दिन जलियांवाला बाग में शहीद हुए लोगों को श्रद्धांजलि। उनका अद्वितीय साहस और बलिदान आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करता रहेगा। पिछले साल जलियांवाला बाग स्मारक के पुनर्निर्मित परिसर के उद्घाटन के अवसर पर अपना भाषण साझा कर रहा हूं।”
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उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले साल 28 अगस्त को जलियांवाला बाग (Jallianwala Bagh) स्मारक के पुनर्निर्मित परिसर को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राष्ट्र को समर्पित किया था। इस कार्यक्रम के दौरान उन्होंने स्मारक में ‘संग्रहालय दीर्घाओं’ का भी उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने इस मौके पर अपने संबोधन में कहा कि मासूम बालक-बालिकाओं, बहनों-भाइयों के सपने आज भी जलियांवाला बाग की दीवारों पर अंकित गोलियों के निशान में दिखते हैं। वो शहीदी कुआं, जहां अनगिनत माताओं-बहनों की ममता छीन ली गई, उनका जीवन छीन लिया गया उन सभी को आज हम याद कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जलियांवाला बाग (Jallianwala Bagh) वह स्थान है, जिसने सरदार उधम सिंह, सरदार भगत सिंह, जैसे अनगिनत क्रांतिवीरों, बलिदानियों, सेनानियों को हिंदुस्तान की आजादी के लिए मर-मिटने का हौसला दिया। उन्होंने कहा कि 13 अप्रैल, 1919 के वे 10 मिनट हमारी आजादी की लड़ाई की सत्यगाथा बन गए, जिसके कारण आज हम आजादी का अमृत महोत्सव मना पा रहे हैं। ऐसे में आजादी के 75वें वर्ष में जलियांवाला बाग स्मारक के इस आधुनिक स्वरूप को देश को समर्पित करना, हम सभी के लिए बहुत बड़ी प्रेरणा का अवसर है।
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