Ujjain News : बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में आगामी 14 से 16 फरवरी तक कालिदास संस्कृत अकादमी में 22 देशों के नागरिक, विचारक, विद्वान,आध्यात्मिक हस्तियां और जीवन प्रशिक्षक जुटेंगे। ये सभी देश-दुनिया में शांति की संस्कृति स्थापित करने के लक्ष्य के साथ ”एक चेतना-एक अस्तित्व पर मंथन करेंगे।
CM यादव करेंगे आयोजन का शुभारंभ
बता दें, आयोजन का शुभारंभ प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव करेंगे। समापन प्रदेश के राज्यपाल मंगूभाई पटेल करेंगे। एक सत्र पद्मश्री कैलाश खेर का होगा,जिसमें वे ” एकात्म चेतना अनहद नाद विषय पर संगीत संध्या की प्रस्तुति देंगे। इस कार्यशाला में विश्व के बड़े कार्पोरेट सेक्टर के सीईओ,देश के वरिष्ठ चिंतक आदि शामिल होंगे, जो अपने विचारों से नई दिशा देंगे। चूंकि प्रतिभागी विदेशी है,इसलिए अंग्रेजी में ही शतप्रतिशत मंथन होगा। अतिथि हिंदी में बोलना चाहेंगे, तो चलेगा।
22 देशों की नदियों के जल से होगा महाकाल का अभिषेक
यह जानकारी संयुक्त रूप से वैश्विक संयोजक-यूनाइटेड कॉन्शियसनेस के आयोजक डॉ.विक्रांतसिंह तोमर एवं विक्रम विवि के कार्यपरिषद सदस्य राजेशसिंह कुशवाह ने सम्राट विक्रमादित्य शोधपीठ में पत्रकार वार्ता में दी। इन्होने बताया कि, इस आयोजन में भागीदारी करने आ रहे 22 देशों के नागरिकों द्वारा अपने-अपने 22 देशों की नदियों के जल से महाकाल का अभिषेक किया जाएगा।
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Ujjain News : एकता का दिया जाएगा संदेश
इसी प्रकार 22 देशों से नागरिक अपने साथ 100-100 ग्राम मिट्टी लेकर आएंगे। सभी मिट्टी का घोल बनाकर पृथ्वी का एक प्रादर्श बनाया जाएगा,जिसे आगामी समय में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेंट किया जाएगा। इसी प्रकार इस आयोजन के दौरान 22 देशों के नागरिकों द्वारा अपने साथ लाई गई अपने देश के पैड़ की लकड़ी से संयुक्त हवन होगा। यह सब ”एक चेतना-एक अस्तित्व के लिए किया जाएगा। संदेश दिया जाएगा कि, हम सब एक हैं,दूसरा कोई नहीं है।